डलाह पंचायत में नहीं एक साल से स्थायी सचिव
आशीष भोज पद्धर पंचायत डलाह में स्थायी सचिव न होने से मनरेगा मजदूरों को छह माह से मजदूरी
आशीष भोज, पद्धर पंचायत डलाह में स्थायी सचिव न होने से मनरेगा मजदूरों को छह माह से मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया है। पंचायत और विकास खंड कार्यालय में मात्र दो सौ गज की दूरी होने के बावजूद एक साल से स्थायी सचिव नहीं है। डेपुटेशन के सहारे सचिव भेजकर कार्य किए जा रहे हैं। लेकिन डेपुटेशन पर आए सचिव ने पिछले मनरेगा कार्यों का चार्ज नहीं लिया है। ऐसे में मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी का करीब छह माह से भी अधिक समय से भुगतान नहीं हो पाया है।
सचिव की नियुक्ति न होने से जहां विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। वहीं आम जनता को भी कार्यालय के बार-बार चक्कर काटने पड़ रहे हैं। वर्तमान में डेपुटेशन पर कार्यरत सचिव हफ्ते के तीन दिन ही कार्यलय में आते हैं। जबकि तीन दिन दूसरी पंचायत में ड्यूटी दे रहे हैं।
ग्रामीण दीक्षित कुमार, कमलेश कुमार, गौरव, राहुल, मस्तराम, कमला देवी, रमेश कुमार, लालचंद, कविता, ममता, शकुंतला, रीना देवी, अरविद कुमार और ललित कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पंचायतीराज मंत्री तथा विधायक जवाहर ठाकुर से मांग उठाई है कि सचिव की स्थायी नियुक्ति की जाए।
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जुलाई 2019 से सचिव का पद रिक्त रहा है। दूसरी पंचायत से सचिव का डेपुटेशन किया गया है, जो तीन-तीन दिन दोनों पंचायतों में ड्यूटी दे रहे हैं। लेकिन मनरेगा के पिछले कार्यों का कार्यभार न लेने से श्रमिकों की मजदूरी लटकी हुई है। मामला बीडीओ सहित उच्च अधिकारियों के ध्यानार्थ है।
-केहर सिंह ठाकुर, प्रधान ग्राम पंचायत डलाह।
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मामला उच्च अधिकारियों के ध्यानार्थ है। मनरेगा मजदूरों को दिहाड़ी क्यों नहीं मिली। इसकी पूछताछ की जाएगी। ऐसे मजदूर आधार कार्डता संख्या लेकर कार्यलय आएं और डाटा ऑपरेटर के पास स्टेटस चेक करें।
-विद्या देवी, खंड विकास अधिकारी द्रंग स्थित पद्धर।