अनुबंध कार्यकाल पूरा, नर्सो को नियमित करना भूली सरकार
प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत 545 नर्से अनुबंध कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं। अब इन्हें नियमित होने के आदेश का इंतजार है।
जागरण संवाददाता, मंडी : प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत 545 नर्से अनुबंध कार्यकाल पूरा का चुकी हैं। मार्च में इन्होंने अनुबंध कार्यकाल के तीन साल पूरे कर लिए हैं, लेकिन सरकार इन्हें नियमित करना भूल गई है। इनकी नियमितीकरण फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय में अटकी है। कोरोना काल में अग्रिम मोर्चे पर डटी नर्सो में नियमित न होने पर रोष है।
पोस्ट कोड 472 के तहत भर्ती हुई ये नर्सें प्रदेशभर में विभिन्न अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में सेवाएं दे रही हैं। सरकार ने अन्य विभागों में तो नियमितीकरण की प्रक्रिया पूरी कर दी, लेकिन नर्सो को अभी नियमित होने का इंतजार है। इसके लिए इनका प्रतिनिधिमंडल शिमला में अधिकारियों से भी मिला, लेकिन आश्वासनों के अलावा इनके हिस्से कुछ नहीं आया है। प्रदेशभर में नर्सो के 2450 पद हैं।
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एडजेस्टमेंट ने लटकाया मामला
स्टाफ नर्सों के नियमितीकरण के मामले को नर्सिंग एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और निदेशालय से उठाया था। इसके बाद हुई कार्रवाई भी तेजी से हुई, लेकिन बताया जा रहा है कि 20 के करीब नर्सो ने एडजेस्टमेंट के डीओ नोट लगवाए हैं। इस कारण फाइल लटक गई है। अब मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है।
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हमने मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों से नर्सो के नियमितीकरण समेत स्टाफ बढ़ाने इत्यादि का मामलों पर चर्चा की है। उम्मीद है कि जल्द ही नर्सो के नियमितीकरण के आदेश आएंगे।
-अरुणा लूथरा, अध्यक्ष नर्सिंग एसोसिएशन।
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नर्सो को नियमित करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दी है। मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर होते ही नियमितीकरण के आदेश जारी हो जाएंगे।
-डॉ. भारतभूषण शर्मा, कार्यकारी निदेशक स्वास्थ्य विभाग।