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नर्सरी बेरोजगार अध्यापिकाओं को नियुक्ति प्रदान करे सरकार

शहर के धनोटू में नर्सरी बेरोजगार अध्यापिका संघ की बैठक जिलाध्यक्ष आपा राणा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाने के संबंध में सरकार के ढुलमुल रवैये को लेकर ¨नदा प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं शुरू करने की घोषणा का सभी संगठनों द्वारा स्वागत किया गया था। जिससे लंबे समय से बेरोजगारी की मार झेल रही हजारों बेरोजगार नर्सरी अध्यापिकाओं में नौकरी की आस जग गई, लेकिन सरकारी स्कूलों में नर्सरी की कक्षाएं तो शुरू की जा रही है, लेकिन इन कक्षाओं को पढ़ाने को लेकर अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 07:45 PM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 07:45 PM (IST)
नर्सरी बेरोजगार अध्यापिकाओं को नियुक्ति प्रदान करे सरकार
नर्सरी बेरोजगार अध्यापिकाओं को नियुक्ति प्रदान करे सरकार

संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : धनोटू में नर्सरी बेरोजगार अध्यापिका संघ की बैठक जिलाध्यक्ष आपा राणा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाने के संबंध में सरकार के ढुलमुल रवैये को लेकर ¨नदा प्रस्ताव पारित किया गया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं शुरू करने की घोषणा का सभी संगठनों द्वारा स्वागत किया गया था। जिससे लंबे समय से बेरोजगारी की मार झेल रही हजारों बेरोजगार नर्सरी अध्यापिकाओं में नौकरी की आस जग गई। लेकिन सरकारी स्कूलों में नर्सरी की कक्षाएं तो शुरू की जा रही हैं। लेकिन इन कक्षाओं को पढ़ाने को लेकर अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस संबंध में सरकार द्वारा कभी जेबीटी अध्यापकों और कभी आंगनबाड़ी कार्यकतरओं द्वारा नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाने की बात करके भ्रमित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नर्सरी अध्यापिका बेरोजगार संघ प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षामंत्री सुरेश भारद्वाज के समक्ष अपना पक्ष रखकर नर्सरी बेरोजगार अध्यापिकाओं को नियुक्त करने की गुहार लगा चुका है, लेकिन अभी तक सरकार द्वारा नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाने के संबंध में नीति स्पष्ट नहीं की गई है। जिसके चलते प्रदेश में हजारों नर्सरी बेरोजगार अध्यापिकाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यदि सही नियत से नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए नीति स्पष्ट करती है, तो इससे एक ओर सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर प्रदेश में हजारों नर्सरी बेरोजगार अध्यापिकाओं को रोजी-रोटी कमाने का अवसर मिलेगा, लेकिन सरकार द्वारा अपनाए जा रहे ढुलमुल रवैये से यह योजना सार्थक नहीं होगी। जिसके चलते सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं शुरू करने की बात हवाई योजना बन कर रह जाएगी। उन्होंने कहा कि आनन-फानन में किसी तरह जेबीटी अध्यापकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ किसी बाहरी एजेंसी को शामिल न करके उचित रूप से नर्सरी बेरोजगार अध्यापिकाओं को नियुक्ति प्रदान करके न्याय प्रदान किया जाए। बैठक में पुष्पा देवी, नीशा कुमारी, लीला, शारदा देवी, लता कुमारी, गायत्री, नर्वदा देवी, रजनी, दया, बबली एरीना, मधू, मंजू के साथ अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

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