नेरचौक मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टर्स ने लगाए काले बिल्ले
डाक्टरों की पेन डाउन स्ट्राइक के समर्थन में लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज नेरचौक के रेजीडेंट डॉक्टर साथ भी आ गए हैं। मंगलवार को मेडिकल कॉलेज नेरचौक आरडीए रेजिडेंट डाक्टर्ज एसोसिएशन से जुड़े डाक्टरों ने काले बिल्ले लगाकर कार्य किया। नेरचौक मेडिकल कालेज की आरडीए के अध्यक्ष डा. अश्वनी कुमार, वाइस प्रेजीडेंट डा. अक्षय, सहित पदाधिकारियों डा. संजय चंदेल, डा. राजन , डा. संजय ठाकुर, डा. पंकज ठाकुर ने बताया कि जब अन्य प्रोफेशनल फील्ड में नौकरी के लिए यह बैंक गारंटी नहीं ली जाती तो फिर डाक्टरों पर ही यह शर्त क्यों थोपी जा रही है। बैंक गारंटी का प्रबंध एक
सहयोगी, नेरचौक : आइजीएमसी शिमला में चल रही रेजीडेंट डॉक्टरों की पेन डाउन स्ट्राइक के समर्थन में लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक के रेजीडेंट डॉक्टर भी साथ आ गए हैं। मंगलवार को मेडिकल कॉलेज नेरचौक आरडीए रेजीडेंट डॉक्टर्ज एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टरों ने काले बिल्ले लगाए।
नेरचौक मेडिकल कॉलेज की आरडीए के अध्यक्ष डॉ. अश्वनी कुमार, वाइस प्रेजीडेंट डॉ. अक्षय सहित पदाधिकारियों डॉ. संजय चंदेल, डॉ. राजन, डॉ. संजय ठाकुर, डॉ. पंकज ठाकुर ने बताया कि जब अन्य प्रोफेशनल फील्ड में नौकरी के लिए यह बैंक गारंटी नहीं ली जाती तो फिर डॉक्टरों पर ही यह शर्त क्यों थोपी जा रही है। बैंक गारंटी का प्रबंध एक मिडल क्लास परिवार से संबंध रखने वाला डॉक्टर कैसे करेगा। इससे पहले जो डॉक्टर नौकरी छोड़ कर गए हैं उनके खिलाफ सरकार की ओर से अभी तक कोई कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
जब तक आरडीए की मांगें पूरी नहीं होती तब तक पूरी तरह उनके साथ खड़े हैं और काले बिल्ले लगा कर अपनी ड्यूटी देकर उनका समर्थन जारी रहेगा।
इधर, हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन की जिला इकाई ने हड़ताल का समर्थन किया है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष जितेंद्र रूड़की, महासचिव विशाल जम्वाल ने कहा कि आरडीए हमारा अभिन्न अंग है। वह आरडीए के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़े हैं।