एड्स से बचाव का एकमात्र उपाय जागरूकता
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने एचआइवी एड्स से संबंधित मामलों को पूर्ण रूप से खत्म करने के लिए जन-जागरूकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि जागरूक होना बचाव का एक बेहतर तरीका है। एचआइवी एड्स की रोकथाम एवं इसके उपचार के उपायों को लेकर लोगों को जागरूक करने एवं
जागरण संवाददाता, मंडी : उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने एचआइवी एड्स से संबंधित मामलों को पूर्ण रूप से खत्म करने के लिए जन-जागरूकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि एड्स से बचाव का एकमात्र उपाय जागरूकता ही है। एचआइवी एड्स की रोकथाम व इसके उपचार के उपायों को लेकर लोगों को जागरूक करने एवं प्रभावितों को सुविधाएं देने को लेकर सभी विभागों के समन्वित प्रयासों पर जोर दिया। वह एचआइवी एड्स प्रभावितों से भेदभाव, कानूनी एवं सामाजिक संरक्षण और समाज की मुख्यधारा में उनके स्थान से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए उपायुक्त सभागार में आयोजित जिलास्तरीय परामर्श बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्ष 2030 तक एड्स महामारी समाप्त करने का लक्ष्य है। इसके लिए और अधिक प्रयासों की जरूरत है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी असलम बेग ने भी सुझाव दिए। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण सोसायटी के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. विशाल आचार्य ने एड्स को लेकर जागरूकता में विभिन्न विभागों से रखी अपेक्षाओं से अवगत करवाया। जिला एड्स रोकथाम अधिकारी डॉ. अरिदम रॉय ने एड्स नियंत्रण में स्वास्थ्य विभाग की गतिविधियों, निशुल्क जांच एवं दवाओं और अन्य सुविधा के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीवानंद आदि मौजूद रहे।