महिलाओं को समर्पित रही भीम उत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या
सुंदरनगर में आयोजित हो रहे भीम उत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या महिलाओं को समर्पित रही। सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि के रूप में नर्मदा अभिलाषी व डॉ. आरके अभिलाषी चांसलर अभिलाषी यूनिवर्सिटी चेलचौक रहे। कार्यक्रम में बच्चों ने भी रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। लोक गायक जीतू संख्यान व गजल गायक हेमराज चंदेल ने खूब समा बांधा और
संवाद सहयोगी, सुंदरनगर : सुंदरनगर में आयोजित हो रहे भीम उत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या महिलाओं को समर्पित रही। सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि के रूप में नर्मदा अभिलाषी व डॉ. आरके अभिलाषी चांसलर अभिलाषी यूनिवर्सिटी चेलचौक रहे। कार्यक्रम में बच्चों ने भी रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। लोक गायक जीतू संख्यान व गजल गायक हेमराज चंदेल ने खूब समा बांधा और आए हुए दर्शकों का मनोरंजन किया।
मुख्य अतिथि ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले के बारे में प्रकाश डाला। उस वक्त ज्योतिबा फुले ने सबसे पहले अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को पढ़ाना शुरू किया और इसके बाद सावित्रीबाई फुले के साथ मिलकर महिलाओं के लिए पहला कॉलेज पुणे में खुला ताकि समाज की हर वर्ग की महिलाओं को बराबर की शिक्षा दी जाए। मुख्यअतिथि ने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने भी महात्मा ज्योतिबा फुले के रास्ते पर चलकर महिलाओं के लिए कानून और संविधान में अधिकार दिलवाए। जन्मोत्सव कमेटी के सदस्य व सामजिक जागरण मंच के अध्यक्ष दर्शन लाल ने आए हुए मुख्य अतिथि व विशेष अतिथियों का स्वागत किया।
इसके साथ मानव सेवा ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे डे केयर सेंटर सुंदरनगर के वरिष्ठ बुजुर्गो को भी डॉ. बीआर आंबेडकर जन्मोत्सव कमेटी की तरफ से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।