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ग्रामीण कर रहे प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार

पांडवों द्वारा निर्मित प्राचीन शिव मंदिर गुम्मा के जीर्णोद्धार को लेकर पुरातत्व विभाग ने रूची नहीं दिखाई तो स्थानीय ग्रामीणों ने अपने बलबूते पर मंदिर निर्माण की ठान ली। ग्रामीणों ने मंदिर निर्माण के लिए कमेटी का गठन करने उपरांत लाखों रुपये का चंदा एकत्रित कर निर्माण कार्य को अंतिम चरण तक पहुंचा दिया है। अब निर्माणाधीन मंदिर के फिनि¨सग का कार्य शेष बचा है। इसके लिए धन की कमी आड़े आ रही है। प्राचीन शिव मंदिर बैजनाथ की शैली की तर्ज पर

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 04:51 PM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 04:51 PM (IST)
ग्रामीण कर रहे प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार
ग्रामीण कर रहे प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार

आशीष भोज, पद्धर

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पांडवों द्वारा निर्मित प्राचीन शिव मंदिर गुम्मा के जीर्णोद्धार को लेकर पुरातत्व विभाग ने रूची नहीं दिखाई तो स्थानीय ग्रामीणों ने अपने बलबूते पर मंदिर निर्माण की ठान ली। ग्रामीणों ने मंदिर निर्माण के लिए कमेटी का गठन करने उपरांत लाखों रुपये का चंदा एकत्रित कर निर्माण कार्य को अंतिम चरण तक पहुंचा दिया है। अब निर्माणाधीन मंदिर के अंतिम कार्य शेष है। इसके लिए धन की कमी आड़े आ रही है। प्राचीन शिव मंदिर बैजनाथ की शैली की तर्ज पर गुम्मा में भी पांडवों के समय मे शिव मंदिर का निर्माण किया गया था, लेकिन गुम्मा नमक खान के अवैज्ञानिक दोहन के कारण सैकड़ों वर्ष पूर्व निर्मित मंदिर का गर्भ गृह वाला भू-भाग करीब 25 वर्ष पूर्व ढह गया। जबकि मंदिर का दूसरा भाग भी जर्जर हालत में तबदील हो गया। मंदिर के जीर्णोद्वार को लेकर

स्थानीय पंचायत और ग्रामीणों ने लगभग तीन वर्ष पूर्व शिव मंदिर कमेटी का गठन किया। मंदिर कमेटी के माध्यम से मंदिर निर्माण को सभी औपचारिकताएं पूरी कर पुरातत्व विभाग के समक्ष मामला उठाया गया, लेकिन विभाग और सरकार के माध्यम से प्राचीन मंदिर निर्माण के मामले को ठंडे बस्ते में डाले रखा।

कमेटी प्रधान कालीदास ठाकुर ने बताया कि सबसे पहले मंदिर निर्माण को चंदा एकत्र किया गया। लगभग 17 लाख की राशि लोगों से एकत्र की गई। यह पूरी राशि मंदिर निर्माण पर अब तक व्यय की जा चुकी है। ऐसे में शैलीनुमा मंदिर को अंतिम रूप देने के लिए कमेटी को दानी सज्जनों की दरकार है।

निर्माण कार्य पूरा करने के लिए कमेटी ने फिर से चंदा एकत्र करने की प्रक्रिया को शुरू की है। उन्होंने बताया कि मंदिर में 26 अन्य देवतागणों की मूर्तियां भी स्थापित होनी है। मंदिर कमेटी ने दानी सज्जनों का आह्वान किया है कि मंदिर के निर्माण में सहयोग देकर पुन्य के भागी बनें। मंदिर के लिए मुर्तियां उपलब्ध करवाने वाले दानी सज्जन भी मंदिर कमेटी से संपर्क कर सकते हैं। पंजीकृत शिव मंदिर कमेटी के काली दास ठाकुर प्रधान, मुरारी लाल उप प्रधान, हेम ¨सह कोषाध्यक्ष, धर्म ¨सह सचिव, हुकम चंद, सुदेश कुमारी, रेखा देवी और मोहन ¨सह सदस्य हैं।


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