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शिवरात्रि से पहले सड़कें ले रहीं चालकों की परीक्षा

मुख्यालय में सड़कें खड्डें बन गई है। शिवरात्रि के आगाज के लिए दो सप्ताह का समय शेष रह गया है लेकिन अभी तक सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। बारिश के दिनों में सड़कों पर आवागमन मुश्किल हो गया है। छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी शहर में शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन सात दिनों तक किया जाता है। पांच मार्च से शुरू होने वाले शिवरात्रि मेले में दो रोज पूर्व देवी देवता सैकड़ं श्रद्धा

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 03:15 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 03:15 PM (IST)
शिवरात्रि से पहले सड़कें ले रहीं चालकों की परीक्षा
शिवरात्रि से पहले सड़कें ले रहीं चालकों की परीक्षा

संवाद सहयोगी, मंडी : शिवरात्रि महोत्सव से पूर्व जिला मुख्यालय की सड़कें खड्डें बन गई हैं। शिवरात्रि के आगाज के लिए दो सप्ताह का समय शेष रह गया है, लेकिन अभी तक सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। बारिश के दिनों में सड़कों पर आवागमन मुश्किल हो गया है।

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छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी शहर में शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन सात दिन तक किया जाता है। पांच मार्च से शुरू होने वाले शिवरात्रि मेले में दो रोज पूर्व देवी-देवता सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ पहुंचना शुरू हो जाते हैं। शिवरात्रि महोत्सव के भव्य आयोजन का तमाम दारोमदार शिवरात्रि मेला आयोजन कमेटी अध्यक्ष व उपायुक्त मंडी तथा उपकमेटियों पर रहता है। शहर की सभी सड़कों की खोदाई के बाद उनकी मरम्मत न तो विभागीय अधिकारी कर रहे हैं और न ही नगर परिषद के ठेकेदार। लोक निर्माण विभाग व नगर परिषद को मेले के आयोजन के लिए लाखों रुपये की राशि जिला प्रशासन द्वारा मुहैया करवाई जाती है। सड़कों की हालत से दुकानदार भी खासे परेशान हैं। सड़कों पर पड़े गड्ढों पर जब वाहन तेज गति से गुजरता है तो कीचड़ दुकानों के अंदर सामान को खराब कर रहा है। मौसम साफ होने की सूरत में धूल दुकानदारों के लिए परेशानी बन रही है। हिमाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष लक्ष्मेंद्र ¨सह ने सड़कों को उखाड़ने के बाद उनकी मरम्मत में देरी के लिए लोक निर्माण विभाग के साथ साथ स्थानीय विधायक को भी जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने जिला प्रशासनिक अधिकारियों, लोक निर्माण विभाग, ¨सचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद मंडी के अधिकारियों को सड़कों की हालत को ठीक करने के लिए दस दिन का अल्टीमेटम देते हुए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शिमला में सबूत सहित शिकायत दर्ज करने की चेतावनी दी है।


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