असुरक्षित भवन में रहने को मजबूर पुलिस जवान
भवन जर्जर हालत में है । पांच साल पूर्व असुरक्षित इस भवन में पुलिस जवान को खौफ के साये में रात गुजार रहे हैं। जर्जर भवन कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकते है। छह आवासीय भवनों की छत के साथ साथ दीवारों से प्लास्टर उखड़ चुका है। बारिश होने पर आवासीय भवन में पानी का रिसाव हो रहा है। बिजली की तारें हवा में लटकी हुई है। बावजूद इसके पुलिस जवान व अन्य कर्मचारी जोखिम उठा कर इसमें रहने को मजबूर हैं। आवासीय भवनों
संवाद सहयोगी, सरकाघाट :
पुलिस थाना सरकाघाट के आवासीय भवन जर्जर हालत में हैं। पांच साल पूर्व असुरक्षित घोषित इस भवन में पुलिस जवान को खौफ के साये में रात गुजार रहे हैं। जर्जर भवन कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकता है। छह आवासीय भवनों की छत के साथ-साथ दीवारों से प्लास्टर उखड़ चुका है। बारिश होने पर आवासीय भवन में पानी का रिसाव हो रहा है। बिजली की तारें हवा में लटकी हुई है। बावजूद इसके पुलिस जवान व अन्य कर्मचारी जोखिम उठाकर इसमें रहने को मजबूर हैं। आवासीय भवनों की लंबे समय से मरम्मत नहीं होने के कारण इनकी हालत बदहाल हो चुकी है। पिछले एक दशक से मरम्मत कार्य न होने से भवन जर्जर हो गया है। विभाग द्वारा इस भवन को गिराने के आदेश नहीं दिए गए हैं। डीएसपी चंद्रपाल सिंह का कहना है कि भवन को पांच वर्ष पूर्व रहने के लिए असुरक्षित घोषित किया गया है। जवान व कर्मचारी स्वयं जोखिम उठा कर जर्जर भवन में रह रहे हैं।