खेत सींचने को अब नहीं लगानी होगी आसमान की तरफ टकटकी
धर्मपुर उपमंडल की तीन पंचायतों के लोगों को अब खेतों की ¨सचाई के लिए आसमान की तरफ नहीं देखना पड़ेगा। इन पंचायतों के करीब 3
संवाद सहयोगी, सरकाघाट : उपमंडल धर्मपुर की तीन पंचायतों के लोगों को अब खेतों की ¨सचाई के लिए आसमान की तरफ नहीं देखना पड़ेगा। इन पंचायतों के करीब 38 गांवों के लिए जल्द ¨सचाई सुविधा मिलेगी। 39 करोड़ 40 लाख 96 हजार रुपये की लागत से बनने वाली एक वृहद ¨सचाई योजना को स्वीकृति मिल गई है। इससे ग्राम पंचायत ¨बगा, समौड़ और सकलाना के गमधाल, चांबी, ¨बगा, सलौन, लालाना, शेरपुर, गैहरा, आरली प्रयाल, समौड़, पारली परियाल तडून और सकलाना गांवों की 655 हेक्टेयर जमीन को 12 महीने ¨सचाई सुविधा उपलब्ध होगी और इन गांव के किसानों को परंपरागत खेती करने के बजाय नकदी फसलों को उगाने के लिए सहायता मिलेगी।
इस योजना के लिए पानी बहरी स्थित ब्यास नदी से उठाया जाएगा जो 42 लाख, 42 हजार लीटर क्षमता का एक भंडारण टैंक मढ़ी धार में निर्मित किया जाएगा और स्त्रोत पर ब्यास नदी के मुहाने पर 28 लाख 20 हजार लीटर क्षमता का वेल का निर्माण किया जाएगा जहां से 250 हॉर्स पावर के तीन शक्तिशाली वाटर पंपों के माध्यम से लिफ्ट करके मुख्य भंडारण टैंक में डालकर लाभांवित गांव में निर्मित होने वाले 12 भंडारण टैंकों में डालकर किसानों के खेतों को पाइपों के माध्यम से पहुंचाया जाएगा।
वहीं, आइपीएच विभाग के अधिशाषी अभियंता मुकेश हीरा ने यह भी बताया कि योजना के प्रारूप को केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा तकनीकी और वित्तीय स्वीकृति मिल चुकी है। योजना के निर्माण के लिए ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और आगामी दो वर्षों में पानी किसानों के खेतों में पहुंच जाएगा। स्थानीय रमेश कुमार, युगल, रणजीत ¨सह, नानक चंद, भीम ¨सह, कंवर ¨सह, हीरालाल, मेघ ¨सह, मूलराज केहर ¨सह आदि ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, आइपीएच मंत्री ठाकुर महेंद्र ¨सह और विभाग के प्रति इस योजना के निर्माण के लिए आभार प्रकट किया है।