भूतनाथ मंदिर में हुआ शिवलिंग का श्रृंगार
डी के प्राचीन भूतनाथ मंदिर में वीरवार को शिव¨लग का श्रृंगार गोपेश्वर महादेव वृंदावन के रूप में किया गया। महंत देवानंद सरस्वती का कहना है कि गोपेश्वर महादेव मंदिर वृंदावन का सबसे पुराना मंदिर है। ऐसा कहा जाता है की इस मंदिर के शिव¨लग की स्थापना भगवान श्रीकृष्ण के पोते वज्रनाभ ने की थी। इस मंदिर के भगवान शिव के शिव¨लग को गोपेश्वर नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि गोपेश्वर महादेव मंदिर के पीछे भी एक बड़ी पौराणिक कहानी छिपी है।
संवाद सहयोगी, मंडी : मंडी के प्राचीन भूतनाथ मंदिर में वीरवार को शिवलिंग का श्रृंगार गोपेश्वर महादेव वृंदावन के रूप में किया गया। महंत देवानंद सरस्वती का कहना है कि गोपेश्वर महादेव मंदिर वृंदावन का सबसे पुराना मंदिर है। ऐसा कहा जाता है की इस मंदिर के शिव¨लग की स्थापना भगवान श्रीकृष्ण के पोते वज्रनाभ ने की थी। इस मंदिर के भगवान शिव के शिव¨लग को गोपेश्वर नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि गोपेश्वर महादेव मंदिर के पीछे भी एक बड़ी पौराणिक कहानी छिपी है। ऐसा कहा जाता है एक बार भगवान कृष्ण वृंदावन में यमुना नदी के किनारे महारास रचने वाले थे और उस समय शांत रात्रि का समय था। इस रासलीला के देखने के लिए भगवान शिव और उनकी पत्नी माता पार्वती काफी उत्सुक थी, लेकिन जहां पर यह रासलीला होने वाली थी, वहां अकेले भगवान कृष्ण को छोड़कर कोई अन्य पुरुष जा नहीं सकता था। माता पार्वती को रासलीला देखने के लिए बड़ी आसानी से अनुमति मिल गई थी। भूतनाथ मंदिर में शिवरात्रि महोत्सव में प्रतिदिन अलग-अलग रूपों में मक्खन के लेप से बाबा का श्रृंगार किया जाएगा।