मत्याणा की टीम ने जीती वालीबॉल प्रतियोगिता
संवाद सहयोगी, थुनाग : सराज हलके के छतरी का पांच दिवसीय मेला मंगलवार को संपन्न हो गया। मेल
संवाद सहयोगी, थुनाग : सराज हलके के छतरी का पांच दिवसीय मेला मंगलवार को संपन्न हो गया। मेले मे शिव स्वरूप मगरूमहादेव के साथ चपलांदू नाग, जयदेव, खोडू देव, धनैलू, व ¨टदरी देव जलेब में शामिल हुए। जलेब को मगरू महादेव की कोठी तक लाया गया। उसके बाद उन्हें मगरू माहादेव के साथ बैठाया गया। मेले का मुख्य आकर्षण लोक गायक रहे। मेले के दौरान आयोजित वालीबॉल प्रतियोगिता में आठ टीमों ने भाग लिया। इसमें मत्याणा हॉस्टल की टीम विजेता व छतरी की टीम उपविजेता रही। इस अवसर पर भाजपा महामंत्री जोधवीर ¨सह, काकडाधार प्रधान सीता राम, सुरेश कुमार, मनमोहन मौजूद रहे।
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मगरूमहादेव के मंडी पहुंचने पर निकलती है शिवरात्रि की जलेब
मगरूमहादेव मंदिर कुल्लू जिला के आनी से मात्र आठ किलोमीटर व मंडी से 158 किलोमीटर तथा करसोग से 45 किलोमीटर की दूर स्थित है। मगरूमहादेव के आने के बाद ही मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला शुरू होता है। मगरूमहादेव का मंदिर प्राचीन काष्ट कला का एक अद्भुत नमूना है। मंदिर में चारों ओर दीवारों पर लकड़ी की खूबसूरती से की गई नक्काशी इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देती है। मगरू महादेव मंदिर सतलुज वर्गीय शैली में तीन मंजिलों में है जो उत्तरी भारत के उत्कृष्ट मंदिरों में स्थान रखता है। 13वीं शताब्दी में निर्मित इस मंदिर के भीतर शिव और पार्वती की पाषाण प्रतिमाएं दर्शनीय हैं।