महंगी पड़ेगी लोहड़ी की खिचड़ी
जिले के लोगों को इस बार लोहड़ी की खिचंड़ी महंगी पड़ेगी। डिपुओं में उड़द की दाल न मिलने के कारण लोग बाजार से महंगे दाम पर उड़द खरीदने को मजबूर हैं। इसके अलावा कई जगह बायोमीट्रिक मशीन न चलने के कारण भी राशनकार्ड धारकों को राशन नहीं मिल पाया है इससे उन्हें बाजार से ही राशन खरीदना पड़ रहा है। लोहड़ी
संवाद सहयोगी, मंडी : जिले के लोगों को इस बार लोहड़ी की खिचड़ी महंगी पड़ेगी। डिपो में उड़द की दाल न मिलने के कारण लोग बाजार से महंगे दाम पर उड़द खरीदने को मजबूर हैं। इसके अलावा कई जगह बायोमीट्रिक मशीन न चलने के कारण भी राशनकार्ड धारकों को राशन नहीं मिल पाया है, इससे उन्हें बाजार से ही राशन खरीदना पड़ रहा है। लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी को है। इस दिन लोग रात के समय अलाव जलाते हैं। इस पर मूंगफली व रेवड़ी चढ़ाते हैं। इसके बाद अगले दिन चावल व माह (उड़द) की खिचड़ी बनाई जाती है। सबसे पहले यह खिचड़ी अपने पित्तरजनों को चढ़ाई जाती है। इस दिन सगे संबंधी, रिश्तेदार व पड़ोसी को भी खिचड़ी खिलाने का रिवाज है। लोग एक दूसरे के घर जाकर खिचड़ी का आनंद लेते हैं। उड़द की आपूर्ति कम होने के कारण कुछ क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को वितरण नहीं हो पाया। सप्लाई गोदामों में पहुंच गई है।
----- जल्द उपभोक्ताओं को पूरा राशन वितरित कर दिया जाएगा। जिन डिपो में बायोमीट्रिक की समस्या है, वहां डिपो संचालकों को समस्या का समाधान न होने तक राशन वितिरत करने के निर्देश दे दिए हैं।
-लक्ष्मण ¨सह कनैट, जिला नियंत्रक, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग।
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लोगों में कम हुआ उत्साह :
लोहड़ी पर्व पर मूंगफली, रेवड़ी, गजक व चिड़वा खदीदने की भी परंपरा है। लोग जमकर खरीदारी करते हैं। मूंगफली व रेवड़ी को जहां पूजा सामग्री में प्रयोग किया जाता है। वहीं इस दिन इन वस्तुओं को एक दूसरे बांटा जाता है। बाजारों में मूंगफली रेवड़ी की रेहड़ियां सजी हुई हैं, लेकिन इन्हें खरीदने में ग्राहकों का ज्यादा उत्साह नहीं दिख रहा। हालांकि दामों में भी कोई ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है। मूंगफली की कीमत 80 रुपये प्रति किलो है, जबकि बीते वर्ष इसकी कीमत 100 रुपये थी। इसी तरह रेवड़ी का 250 ग्राम का पैकेट 40 रुपये में मिल रहा है। गजक 50 रुपये में 400 ग्राम व मुरमुरा 10 रुपये का पैकेट बिक रहा है। इनकी कीमतों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।
रेहड़ी फड़ी यूनियन के प्रधान राजकुमार ने बताया मूंगफली, रेवड़ी व गजक आदि की कीमतें सामान्य हैं, इनमें किसी तरह की वृद्धि नहीं हुई है। लेकिन इस बार अब तक कारोबार मंदा चल रहा है। रविवार को भीड़ जुटाने की उम्मीद है।