चौहार घाटी में सात दिन बाद भी बहाल नहीं हुई विद्युत सप्लाई
मंडी जिला की चौहारघाटी में सात दिन बाद भी विद्युत सप्लाई बहाल नहीं हो पाई है।
सहयोगी, पद्धर : जिला मंडी की चौहार घाटी में सात दिन बाद भी विद्युत सप्लाई बहाल नहीं हो पाई है। इससे समूची घाटी अंधेरे में डूबी हुई है। ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों में सरकार और विद्युत विभाग के खिलाफ आक्रोश है। ग्रामीणों ने सरकारी तंत्र को लापरवाह बताते हुए पूरी तरह विफल साबित होने का आरोप लगाया है।
लोगों का कहना है कि वीरवार को बर्फबारी के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी। सात दिन में विभाग मात्र जिल्हन पंचायत के कुछ गांवों में ही बिजली आपूर्ति बहाल कर पाया है। जबकि घाटी की बरोट, लपास, वरधान, धमच्याण, लटराण, तरसवाण, सिल्हबुधानी, सुधार, कथोग, रोपा, बल्ह पंचायतें अंधेरे में डूबी हुई हैं।
स्थानीय निवासी सोहन ¨सह, सुभाष ठाकुर, रति राम, रतन चंद, घनश्याम, डोला राम, शेर ¨सह, अमर ¨सह, शेष राम, राम ¨सह, हंसराज, टेक ¨सह, अनंत राम, प्रवीण कुमार, ओमप्रकाश, नरेश कुमार का कहना है कि बिजली गुल होने से मोबाइल नेटवर्क भी ठप हो गया है। स्कूली विद्यार्थियों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हुई है।
इसके अलावा बरोट-मियोट, बो¨चग-लपास-रुलंग, थलटूखोड़-मढ़ और थलटूखोड़-ग्रामण मार्ग अभी तक भी बहाल नहीं हो पाए हैं। बरोट पंचायत प्रधान रंजना देवी, लपास की प्रधान शांता देवी, वरधान की प्रधान गंगी देवी, मढ़ की प्रधान सवित्रा देवी, धमच्याण के प्रधान रोशन लाल, उपप्रधान नरेश कुमार ने सरकार से बिजली की सप्लाई बहाल करने की मांग की है। चौहार घाटी की बरोट-मियोट, थलटूखोड़-ग्रामण और थलटूखोड़-मढ़ सड़क को खोलने के लिए मशीनरी भेज दी है। धरमेहड़-सुधार और टिक्कन-थलटूखोड़ मार्ग को बहाल कर दिया है।
बलवीर ठाकुर, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग झ¨टगरी। चौहार घाटी की 33 केवी मैन लाइन को झ¨टगरी तक दुरुस्त कर लिया है। जिल्हन पंचायत के कुछ गांवों में भी आपूर्ति बहाल कर दी है, जबकि आगे की लाइनों का मरम्मत कार्य जारी है। कर्मचारियों की कमी के कारण परेशानी आ रही है।
एसएल बोध, सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल बरोट।