जनजातीय क्षेत्रों में संचार सेवाएं मुहैया करवाएं
मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने बुधवार को लोकसभा में प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में संचार सेवाओं को सु²ढ़ करने मामला उठाया।
जागरण संवाददाता, मंडी : मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने बुधवार को लोकसभा में प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में संचार सेवाओं को सुदृढ़ करने का मामला उठाया। उन्होंने शून्यकाल में केंद्र सरकार का ध्यान जनजातीय क्षेत्र की संचार सेवाओं की ओर आकर्षित किया। बकौल रामस्वरूप शर्मा, क्षेत्र के लिहाज से उनका निर्वाचन क्षेत्र देश का दूसरा बड़ा निर्वाचन क्षेत्र है। प्रदेश के अधिकांश जनजातीय क्षेत्र इसी निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा हैं। इसमें सीमांत जिला लाहुल-स्पीति, किन्नौर व चंबा जिला का पांगी व किलाड़ शामिल है। इन क्षेत्रों का देश के अन्य भागों से साल में करीब छह से आठ माह तक बर्फबारी के कारण संपर्क कटा रहता है। सर्दियों में तापमान माइनस 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। इन जिलों में संचार सेवाएं भी अपर्याप्त हैं। चीन की सीमा के करीब होने के कारण यहां संचार सेवाओं को विकसित करने की आवश्यकता है। चीन का मोबाइल नेटवर्क भारत की सीमा में 10 से 15 किलोमीटर के अंदर तक पाया जाता है। वर्तमान सरकार उत्तर-पूर्वी सीमांत राज्यों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज दे तो हिमाचल के इन जिलों के लिए भी केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत विशेष धन आवंटित कर इस क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान दे सकती है। बीएसएनएल के अतिरिक्त निजी कंपनियों का भी सहयोग लिया जा सकता है। जहां-जहां आवश्यक हो वहां बीएसएनएल व जियो के नेटवर्क से जनजातीय क्षेत्र के लोगों को जोड़ने की अतिशीघ्र व्यवस्था करवाई जाए।
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तुरंत मदद करने के लिए जताया केंद्र का आभार
उन्होंने भारी हिमपात से बाधित हुई सेवाओं का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार की ओर से तुरंत मुहैया करवाई गई वायुसेवा के लिए आभार जताया। कहा कि मुख्यमंत्री के आग्रह पर एक साथ सात हेलीकॉप्टर हिमाचल को राहत एवं बचाव कार्य के लिए मिले। इससे हजारों लोगों व फंसे हुए पर्यटकों की जान बचा पाए। प्रदेश सरकार ने लाहुल-स्पीति व किन्नौर के उपायुक्तों को आपात स्थिति में संपर्क साधने के लिए सेटेलाइट फोन भी उपलब्ध करा दिए हैं।
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दैनिक जागरण ने लोकसभा चुनाव में उठाया था लचर संचार सेवाओं का मामला
प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में लचर संचार सुविधाओं का मामला दैनिक जागरण ने लोकसभा चुनाव के दौरान प्रमुखता से उठाया था। चार अप्रैल को प्रकाशित समाचार '5जी का जमाना पर 3जी से भी कोसों दूर' शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। चुनावी घोषणा पत्र में भी इस मामले को तवज्जो दी गई थी।