पानी के व्यर्थ रिसाव को रोकने पर ध्यान दें अधिकारी : महेंद्र सिंह
आइपीएच मंत्री महेंद्र ¨सह ठाकुर ने शनिवार को ढांगसीधार में आइपीएच विभाग के प्रशिक्षण संस्थान में मंडी जोन के सभी मंडलों व उपमंडलों में जारी पेयजल, ¨सचाई, सीवरेज व बाढ़ नियंत्रण से संबंधित कार्यों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वच्छ जल व किसानों को ¨सचाई के लिए समुचित जल उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। इस कड़ी में इन
जागरण संवाददाता, मंडी : आइपीएच मंत्री महेंद्र ¨सह ठाकुर ने शनिवार को ढांगसीधार में आइपीएच विभाग के प्रशिक्षण संस्थान में मंडी जोन के पेयजल, ¨सचाई, सीवरेज व बाढ़ नियंत्रण से संबंधित कार्यो को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा मंडी जोन के तहत केंद्र की ओर से स्वीकृत विभिन्न योजनाओं के तहत 212 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। एक अन्य बड़ी योजना वर्षा जल संग्रहण व ¨सचाई के लिए 4 हजार 751 करोड़ रुपये की स्वीकृत की गई है। इसका उद्देश्य चैक डैम के माध्यम से वर्षा जल का संग्रहण कर किसानों को ¨सचाई के लिए जल उपलब्ध करवाना है। प्रथम चरण में 750 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। मंडी जोन में 175 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। एक अन्य योजना जिसके तहत वर्ष 2000 से पहले निर्मित की गई योजनाओं के जीर्णोद्वार पर 798 करोड़ रुपये की स्वीकृति केंद्र द्वारा प्रदान की गई है। मंडी जोन में इस योजना पर 200 करोड़ व्यय होंगे।
उन्होंने सभी अधिकारियों से आह्वान किया कि जो कार्य सौंपा गया है, उसे निष्ठापूर्वक पूर्ण करें तथा पीने के पानी या अन्य योजनाओं को तय समय अवधि में व गुणवत्ता मानकों के अनुसार पूरा करें। बरसात के कारण प्रदेश में पेयजल योजनाओं को काफी क्षति पहुंची है। अब इन योजनाओं की मरम्मत इत्यादि कर लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी के व्यर्थ रिसाव को रोकने पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि पीने के पानी की आपूर्ति में बढ़ोतरी हो सके।
उन्होंने अधिकारियों से उनके क्षेत्र में चल रही विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की वस्तुस्थिति बारे में चर्चा की। इस मौके पर मंडी जोन के मुख्य अभियंता नवीन पुरी, अधीक्षण अभियंता सुंदरनगर सुनील कल्होत्रा, अधीक्षण अभियंता कुल्लू देवेश भारद्वाज के अतिरिक्त जोन के सभी अधीक्षण अभियंता व सहायक अभियंता मौजूद रहे।