हिमाचल: पुलिस के पास पहुंचा लापता कुत्ते के मालिकाना हक का विवाद, मालिक और देखभाल करने वालों को देख उलझन में पड़ा डॉगी
हिमाचल प्रदेश में एक लापता कुत्ते 'जैकी' के मालिकाना हक को लेकर विवाद पुलिस तक पहुंच गया है। एक व्यक्ति ने खुद को जैकी का मालिक बताया, जबकि कुछ अन्य लोग उसकी देखभाल करने का दावा कर रहे हैं। जैकी को जब दोनों पक्षों के सामने लाया गया, तो वह उलझन में पड़ गया। पुलिस भी इस मामले को सुलझाने में दुविधा महसूस कर रही है।

मंडी में कुत्ते के मालिकाना हक का विवाद पुलिस के पास पहुंच गया। जागरण
जागरण संवाददाता, मंडी। वफादारी की मिसाल बने पालतू कुत्ते ने मंडी शहर में ऐसा भावनात्मक दृश्य बना दिया, जिसे देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। तीन महीने से मां-बेटी के स्नेह और देखभाल में पल रहा यह कुत्ता अपने असली मालिक को देखकर दुविधा में पड़ गया..... कभी मालिक की ओर भागे तो कभी उसे प्यार से पालने वाली मां-बेटी के पास लौट आए।
आखिरकार मामला पुलिस चौकी तक पहुंचा, जहां इंसानियत, लगाव और कानून के बीच फैसला हुआ।
35 हजार में खरीदा हस्की नस्ल का कुत्ता हो गया था लापता
मामला सदर क्षेत्र के सदयाणा पंचायत के भटवाड़ के गौरव शर्मा का है, जिनका हस्की नस्ल का पालतू कुत्ता तीन महीने पहले घर से अचानक लापता हो गया था। गौरव के बेटे ने यह कुत्ता करीब 35,000 रुपये में खरीदा था। खोजबीन के बावजूद कुत्ता नहीं मिला था।
कुत्तों के हमले में घायल हुआ तो मां-बेटी ने की देखभाल
कुत्ता भटकता हुआ मंडी शहर के पैलेस कालोनी पहुंच गया था जहां अन्य कुत्तों ने उस पर हमला कर घायल कर दिया था। उसी दौरान एक सिख दंपती ने उसे बचाया और खुशबू नामक महिला और उसकी बेटी राधिका को सौंप दिया।
मां बेटी ने घायल कुत्ते का कई दिन तक पशु चिकित्सालय में उपचार करवाया उसे भोजन और सुरक्षा दी। वह उनके परिवार का हिस्सा बन गया।
लड़की कुत्ता घुमाने लाई तो मालिक की पड़ी नजर
राधिका रोज स्कूल से लौटकर उसे घुमाने ले जाती थी। वीरवार शाम को गौरव शर्मा की नजर शहर में अपने कुत्ते पर पड़ गई। उन्होंने राधिका से पूछा तो पूरी कहानी सामने आई।
लड़की ने कुत्ता लौटाने से किया इन्कार
राधिका ने कुत्ता लौटाने से इन्कार कर दिया, क्योंकि अब वह उनके लिए परिवार का सदस्य बन चुका था।
पुलिस के पास पहुंचा मामला
मामला बढ़ते बढ़ते शहरी पुलिस चौकी मंडी पहुंच गया। शुक्रवार को जब दोनों पक्ष कुत्ते सहित शहरी पुलिस चौकी पहुंचे, तो वहां भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
जैसे ही गौरव ने कुत्ते को आवाज दी, वह दौड़कर उनके पास चला गया पर जब खुशबू और राधिका ने पुकारा तो वह उनके पास लौट आया।
भावनाओं से भर गया माहौल
चौकी का माहौल कुछ देर के लिए भावनाओं से भर गया। अंततः पुलिस ने कानूनी रूप से कुत्ता उसके असली मालिक गौरव शर्मा को सौंपने का निर्णय लिया। कुत्ते को विदा करते समय खुशबू और राधिका की आंखें छलक उठीं।

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