Himachal News: चिकित्सकों के आवास की छतों व दीवारों का गिरने लगा प्लास्टर, खौफ के साए में रात काटने को मजबूर
Himachal News मंडी के सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में 24 घंटे भी आपात सेवाएं देने वाले चिकित्सकों के आवास की छतों व दीवारों का प्लास्टर गिरना शुरू हो चुका है। 60 साल पुराने चिकित्सीय आवास की मरम्मत न होने पर दीवारों से प्लास्टर उखड़ना शुरू हो चुका है।
मंडी, जागरण संवाददाता: सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में 24 घंटे भी आपात सेवाएं देने वाले चिकित्सकों के आवास की छतों व दीवारों का प्लास्टर गिरना शुरू हो चुका है। खौफ के साए में रात काटने को मजबूर चिकित्सक रिहायशी इलाके में उगी घास व झाड़ियों से सांप व बिच्छू के काटने से भी सहमे हुए हैं। 60 साल पुराने चिकित्सीय आवास की मरम्मत न होने पर दीवारों से प्लास्टर उखड़ना शुरू हो चुका है। 15 से अधिक चिकित्सक अस्पताल में सेवाएं दे रहे हैं, जिनके लिए आरक्षित चार आवास भी बदहाल हो चुके हैं।
मेडिकल आफिसर के आवास की छत से प्लास्टर आदि गिरने के कारण उनकी वाशिंग मशीन टूट गई। डा. अंकित बताते हैं कि उनके आवास की दीवारें खस्ताहाल हो चुकी हैं। छत गिरने का अंदेशा बना हुआ है। अस्पताल को 100 का दर्जा मिल चुका है। रोजाना 400 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं लेकिन लचर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ चिकित्सकों को मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करवाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग अरसे से लापरवाह बना हुआ है।
हैरानी की बात है कि चिकित्सीय स्टाफ के नए आवास के लिए कई बीघा भूमि उपलब्ध है। बावजूद उसके भी नए आवास का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। एसएमओ डा. रोशन लाल कौंडल ने कहा कि चिकित्सीय आवास कालोनी के लिए स्वास्थ्य विभाग से पत्राचार जारी है। बजट का प्रविधान होते ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
इनका कहना है
सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में चिकित्सकों को नए आवास की सुविधा मिले, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग व सरकार से बजट की मांग की जाएगी। -प्रकाश राणा, विधायक जोगेंद्रनगर।