बिजली प्रोजेक्टों की सुरक्षा के लिए शार्प शूटर तैनात
गणतंत्र दिवस पर असामाजिक तत्व की ओर से गड़बड़ी की आशंका को मद्?देनजर रखते हुए भाखड़ा बांध सहित प्रदेश की अन्य सभी जलविद्युत परियोजनाओं की सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गई है। सभी बड़े प्रोजेक्टों के चप्पे-चप्पे पर आधुनिक हथियारों से लैस शार्प शूटर तैनात किए गए हैं। सीमाउंट, स्पीड डोम और आईआर कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। पानी के रास्ते कोई हमला न सके इसके लिए अंडर वाटर कैमरों के अलावा सेंसर और विस्फोटक सेंसर भी लगाए गए हैं। सी माउंट कैमरा में उच्च क्ष
जागरण संवाददाता, मंडी : गणतंत्र दिवस पर असामाजिक तत्व की ओर से गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर भाखड़ा बांध सहित प्रदेश की अन्य सभी जलविद्युत परियोजनाओं की सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी है। सभी बड़े प्रोजेक्टों में आधुनिक हथियारों से लैस शार्प शूटर तैनात किए गए हैं। सीमाउंट, स्पीड डोम और आइआर कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। पानी के रास्ते कोई हमला न सके इसके लिए अंडर वाटर कैमरों के अलावा सेंसर और विस्फोटक सेंसर भी लगाए हैं। सीमाउंट कैमरा में उच्च क्षमता के लेंस होते हैं जो लंबी दूरी तक नजर रखने में कारगर होते हैं। स्पीड डोम कैमरा आम आदमी की नजरों से दूर ऊंचाई वाले स्थानों पर लगे होते हैं। नीचे होने वाली हर गतिविधि पर इन कैमरों की नजर रहती है। आइआर (इंफ्रारेड) सीसीटीवी कैमरा दिन के साथ-साथ रात को भी अपना काम करते हैं। भाखड़ा बांध के अलावा बीबीएमबी ने अपनी दूसरी सबसे बड़ी 990 मेगावाट क्षमता की ब्यास-सतलुज ¨लक परियोजना व पौंग बांध की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। बीएसएल प्रोजेक्ट मनाली चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सलापड़ से पंडोह तक फैला हुआ है। बीबीएमबी प्रबंधन ने यहां निगरानी के लिए दो सी माउंट, 4 स्पीड डोम और 17 आइआर सीसीटीवी कैमरा लगाए गए। आंतकी खतरे को देखते हुए प्रोजेक्टों की सुरक्षा व्यवस्था में लगे जवानों को एसएलआर, कारबाइन और एके-47 जैसे आधुनिक हथियारों से लैस किया गया है। बीबीएमबी के निदेशक सुरक्षा बीएस सबरवाल का कहना है कि खुफिया एजेंसियों से मिली सूचनाओं के बाद प्रोजेक्टों की सुरक्षा की समीक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की गई है। सुरक्षाबलों को पूरी तरह से अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।