शिकारी देवी व कमरूनाग में दो फीट हिमपात
कड़ाके की ठंड ने जकड़ लिया है। शनिवार रात्री से जारी बर्फबारी सोमवारवार को भी जारी रही। दिनभर खराब मौसम के चलते बर्फबारी रूक-रूक कर होती रही और पहाड़ों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। सोमवार को जहां ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी हुई, वहीं निचले क्षेत्रों में हल्की बारिश भी हुई। सराज के थाची, गाड़ागुसैनी, छतरी, जंजैहली, भुलाह, भाटकीधार, शिलिबागी, कुल्थानी, लेहगला, शैटाधार, चुंजबाला, स्पैहनीधार, और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शिकारी देवी
सहयोगी, गोहर : सराज घाटी में बर्फबारी से समूचे सराज को कड़ाके की ठंड ने जकड़ लिया है। शनिवार रात्री से जारी बर्फबारी सोमवार को भी जारी रही। सराज के थाची, गाड़ागुसैनी, छतरी, जंजैहली, भुलाह, भाटकीधार, शिलिबागी, कुल्थानी, लेहगला, शैटाधार, चुंजबाला, स्पैहनीधार, और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शिकारी देवी व कमरूनाग में करीब दो फीट बर्फबारी हुई है। बारिश और बर्फबारी क्षेत्र के बागवानों और किसानों के लिए राहत लेकर आई है।
बर्फबारी के कारण जंजैहली-छतरी, जंजैहली-मगरूगला, जंजैहली-रायगढ़, थुनाग-बगाचनोगी-भटकीधार, लंम्बाथाच-चियूनी, चैल-रोहांडा, कोट-देवीदड़ सड़कें बंद हो गई हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता रमेश ¨सह खालसा ने बताया बर्फबारी के दौरान मेन सड़कों से बर्फ हटाने के लिए मशीनरी लगी हुई है। संपर्क सड़कों को बर्फबारी हटने के बाद बहाल कर दिया जाएगा। एसडीएम थुनाग सुरेंद्र मोहन व एसडीएम गोहर अनिल कुमार भारद्वाज ने आम जनमानस को खतरे वाली संभावित जगहों पर न जाने की हिदायतें दी है।
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शिकारी देवी मंदिर जाने पर प्रतिबंध
संवाद सहयोगी, थुनाग : जिला की सबसे ऊंची चोटी शिकारी देवी व इसके आसपास के क्षेत्र में हो रही बर्फबारी व बिगड़ते मौसम के मिजाज को देखते हुए सराज प्रशासन ने अलर्ट जारी कर मार्च के अंत तक बर्फबारी वाले क्षेत्रों में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रशासन ने जंजैहली तथा रायगढ़ में चेतावनी सूचना पट्ट लगाए हैं। रविवार को सराज के शिकारी, भुलाह रायगड़ वाले तुंगासी शैटाधार व कलहणी में हिमपात हुआ है।
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थिरोट में हिमखंड गिरा, बिजली गुल
जागरण संवाददाता, केलंग : लाहुल-स्पीति के उदयपुर स्थित थिरोट में भारी भरकम हिमखंड गिरने से थिरोट जल विद्युत परियोजना में विद्युत उत्पादन प्रभावित हुआ है। डैम में हिमखंड गिरने से टरवाइनों को जाने वाले पानी की आपूर्ति प्रभावित हो गई, जिससे विद्युत उत्पादन ठप पड़ गया है। इस कारण लाहुल घाटी के कुछ एक गांव में भारी बर्फबारी के बीच अंधेरा पसर गया है।