200 कामगारों को नहीं मिला सामान, लौटे निराश
संवाद सहयोगी, सरकाघाट : धर्मपुर हलके के 700 मनरेगा मजदूरों को 16 सितंबर को बीडीओ का
संवाद सहयोगी, सरकाघाट : धर्मपुर हलके के 700 मनरेगा मजदूरों को 16 सितंबर को बीडीओ कार्यालय धर्मपुर में सोलर लैंप वितरण के लिए बुलाया गया था। लेकिन लैंप कम होने के कारण करीब 200 मजदूरों को खाली हाथ लौटना पड़ा। ऐसा ही 2 मार्च को होली के दिन टिहरा में बुलाए मजदूरों के साथ हुआ था। •िाला परिषद सदस्य भूपेंद्र ¨सह ने आरोप लगाया कि मजदूर यहां के विधायक एवं आइपीएच मंत्री महेंद्र ¨सह ठाकुी की कार्यप्रणाली से आठ माह से परेशान हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड से मजदूर संगठन सीटू, किसान सभा व पंचायतों में पंजीकृत मनरेगा मजदूरों को पिछले वर्ष स्वीकृत सहायता सामग्री को मंत्री स्वंय बांटने के चक्कर में परेशान कर रहे हैं। जो सामान 31 मार्च तक बोर्ड के कर्मचारियों ने बांटना था वो अब तक भी वितरित नहीं हो पाया है। मजदूरों को सहायता सामग्री वितरण के लिए पहले इस साल दो मार्च को होली के दिन टिहरा बुलाया गया था लेकिन उस दिन मंडी से ट्रक न पहुंचने का बहाना बना मजदूरों को खाली हाथ घर भेजा दिया था। इसके बाद 11 स्थानों पर वा¨शग मशीनें वितरित की। लेकिन डरवाड़ पंचायत के मजदूरों को कोई सामान नहीं मिला।
मंडी में 12 सितंबर को श्रम अधिकारी कार्यालय का घेराव करने के बाद मजदूरों को वा¨शग मशीनें मिली। मजदूरों को संबंधित पंचायतों में सामान बांटने के लिए पंचायत बार कार्यक्रम किए लेकिन डरवाड़ पंचायत के मजदूरों को वा¨शग मशीनें लेने के लिए धर्मपुर बुलाया गया। रविवार को धर्मपुर बुलाए गए मजदूरों में संधोल तहसील की दतवाड,गद्दीदार के रोपड़ी बफाल ,छबेहड़ चंदपुर वार्ड,सरी तथा ¨बगा के मजदूरों को सोलर लैंप नहीं मिले। सायर त्योहार के दिन निराश होकर मजदूर घर लौटे। अब उन्हें अपने सोलर लैंप लेने के लिए 21 सितंबर मुहर्रम के दिन छुट्टी करके और किराया खर्च करके फिर धर्मपुर जाना पड़ेगा। भूपेंद्र ¨सह ने सरकार व बोर्ड से सामान वितरण के लिए नियम बनाने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने श्रम मंत्री व बोर्ड के सचिव को मांगपत्र भेजा है।