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अब सेब की गाला प्रजाति के पौधे लगा रहे बागवान

संवाद सहयोगी मंडी नए साल में मंडी जिले के बागवान गाला प्रजाति के सेब के पौधे लगाएंगे। यह

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Jan 2021 04:13 PM (IST)Updated: Thu, 14 Jan 2021 04:13 PM (IST)
अब सेब की गाला प्रजाति के पौधे लगा रहे बागवान
अब सेब की गाला प्रजाति के पौधे लगा रहे बागवान

संवाद सहयोगी, मंडी : नए साल में मंडी जिले के बागवान गाला प्रजाति के सेब के पौधे लगाएंगे। यह वैरायटी बागवानों की पहली पसंद बनी है। अब रॉयल सेब को बागवान तरजीह नहीं दे रहे हैं। इसका मुख्य कारण है कि रॉयल सेब पौधा तैयार करने में करीब 15 साल का समय लगता है। वहीं गाला प्रजाति का पौधा जल्द तैयार हो जाता है और जल्द फल देने लगता है। इस कारण बागवान अब गाला वैरायटी को पसंद कर रहे हैं। इसके लिए बागवानी विभाग और नर्सरी संचालकों से लगातार संपर्क कर रहे हैं।

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हालांकि मंडी जिले में हर वर्ष रॉयल सेब की लाखों की पेटियां निकलती हैं, लेकिन इसे तैयार में करने में अधिक समय लग जाता है। वहीं, गाला वैरायटी का सेब देखने में काफी आकर्षक होता है। इसके मंडियों में 100 से 150 रुपये किलो प्रति किलो तक दाम मिलते हैं। इसलिए बागवान इस पौधे को बगीचों में लगा रहे हैं। इसके अलावा स्कारलेट-2 और सुपर चीफ वैरायटी और विदेशी किस्मों को बागवान तरजीह दे रहे हैं। इनकी पौधों की मांग नर्सरी में लगातार बढ़ रही है।

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रेड ब्यूट व सतलुज पिंक प्लम को भी तरजीह

सराज घाटी, नाचन, करसोग के बागवान प्लम की रेड ब्यूट, सतलुज पिक, ब्लैक अंबर, फराईयर और मैरीपोजा प्लम की वैरायटी को बागवान तरजीह दे रहे हैं। जबकि सेंटोरोजा की तरफ बागवानों का रुझान कम हुआ है। इन दिन सभी क्षेत्रों में पौधे लगाने का कार्य जोरों पर है। बागवान बगीचों में पौधों को लगा रहे हैं। इसके लिए मौसम भी अनुकूल है। फरवरी तक यह कार्य चलेगा।

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जापानी फल के पौधे की बढ़ी मांग, 100 रुपये मिलते हैं दाम

इन दिनों नर्सरियों में जापानी पौधों की मांग भी बढ़ रही है। यहां पर तैयार होने वाला जापानी फसल बेहद उच्च गुणवत्ता वाला होता है। इसे अन्य राज्यों से आने वाले व्यापारी मंडियों में हाथोंहाथ खरीदते हैं। इसके दाम मंडियों में 80 से 100 रुपये प्रति किलो तक मिलते हैं। बागवान हेम सिंह, योग राज, तेज सिंह, शेर सिंह का कहना हे कि सेब की गाला वैरायटी और प्लम की नई प्रजाति को तरजीह दी जा रही है।

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बागवान सेब की गाला प्रजाति को तरजीह दे रहे हैं। स्कारलेट और सुपर चीफ पौधे की मांग बढ़ रही है। प्लम व जापानी फसल की अच्छी गुणवत्ता वाला पौधा बागवान बगीचों में लगा रहे हैं।

-डा. अशोक धीमान, उपनिदेशक बागवानी विभाग मंडी।


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