लिपिक की पदोन्नति पांच नहीं तीन वर्ष में हो
सोमवार को शिक्षा विभाग चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ जिला मंडी की मासिक बैठक माता भीमाकाली मंदिर परिसर में आयोजित हुई। इसकी अध्यक्षता जिला संघ के प्रधान चेत राम ने की। जिले के सभी पदाधिकारियों भाग लेकर विभिन्न मांगो पर र्चचा की। संघ ने सरकार से मानग की है कि 10 मई
सहयोगी, मंडी : चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ मंडी (शिक्षा विभाग) की बैठक माता भीमाकाली मंदिर परिसर में प्रधान चेतराम की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कहा कि 10 मई 2001 से पहले के कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति 60 वर्ष है तथा 10 मई 2001 के बाद की सेवानिवृत्ति 58 वर्ष की है। संघ सरकार से मांग करता है कि सभी की सेवानिवृत्ति 60 वर्ष हो। शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला परिचर व लिपिक की पदोन्नति के लिए पांच वर्ष की शर्त को हटाकर तीन वर्ष किया जाए। जिन सेवादारों ने 14 वर्ष की पार्ट टाइम तथा दैनिक भोगी के रूप में सेवा दी है, उस अवधि को नियमित सेवाकाल के साथ जोड़ा जाए। पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए। इस अवसर पर जिला मंडी के वरिष्ट उपप्रधान मखन लाल, सचिव किशन चंद, कोषाध्यक्ष पवन कुमार, रविद्र, रमेश, देवेंद्र, श्याम लाल, चंचल, कमर सिंह, रमेश आदि मौजूद रहे।