फोरलेन का काम शुरू न होने पर उखड़ी फोरलेन संयुक्त संघर्ष समिति
नौलखा से डडौर तक फोरलेन का काम शुरू न होने से फोरलेन संयुक्त संघर्ष समिति उखड़ गई है। समिति के पदाधिकारियों ने एनएचएआइ के परियोजना निदेशक अमन रोहिला को ज्ञापन सौंप काम जल्द शुरू करने की मांग की है। करीब सात माह पहले काम अवार्ड हुआ था। मनाली
जागरण संवाददाता, मंडी : नौलखा से डडौर तक फोरलेन का काम शुरू न होने से फोरलेन संयुक्त संघर्ष समिति उखड़ गई है। समिति के पदाधिकारियों ने एनएचएआइ के परियोजना निदेशक अमन रोहिला को ज्ञापन सौंप काम जल्द शुरू करने की मांग की है। करीब सात माह पहले काम अवार्ड हुआ था।
मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को कीरतपुर से नौलखा तक फोरलेन में अपग्रेड करने का टेंडर 2013 में अवार्ड हुआ था। 2017 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा था। अब तक काम पूरा नहीं हो पाया है। नौलखा से डडौर तक एनएच के एक किनारे पर जेसीबी से गड्ढे डाल रखे हैं। इससे लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। बारिश से गड्ढे पूरी तरह पानी से भरे पड़े हैं। इससे यहां गर्मी के दौरान डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारी पनपने की संभावना प्रबल हो गई है।
समिति के अध्यक्ष जोगेंद्र वालिया ने प्रस्तावित सड़क के नक्शे से छेड़छाड़ करने, अवार्ड घोषित हो चुके मकानों के मुआवजे का निपटारा नहीं हो रहा है। फोरलेन का काम अब सिगल इंडिया लिमिटेड को अवार्ड हुआ है। भूमि अधिग्रहण 2013 के अनुसार नौलखा से डडौर तक प्रभावितों को चार गुना मुआवजा दिया जाए। बिजली पानी व संपर्क मार्गों की सुविधा बहाल की जाए। राष्ट्रीय राजमार्ग के 29 मीटर दायरे में आने वाले मकानों व दुकानों का मूल्यांकन कम लागत में किया गया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकृत रेट के अनुसार मूल्यांकन किया जाए। नौलखा से डडौर के बीच प्रस्तावित चार बस स्टैंड के आमने सामने जाने के लिए पैदल पथ या भूमिगत रास्ते बनाए जाएं। सात संपर्क मार्गों के लिए टी प्वाइंट, टेलीफोन लाइन, पेयजल लाइनों को भूमिगत किया जाए। बिजली की उच्च क्षमता की लाइनें 29 मीटर के दायरे से बाहर शिफ्ट होने चाहिए। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक ने फोरलेन का काम जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया है।