जोगेंद्रनगर में आसान नहीं ड्राइविंग टेस्ट देना
जोगेंद्रनगर रजिस्ट्रेशन लाईसैंस अथोरिटी के अंतर्गत दो पहिया और चार पहिया वाहनों के नए वाहन चालकों के ड्राईविग टैस्ट लेना अधिकारियों के गले की फांस बन चुका है।
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : जोगेंद्रनगर रजिस्ट्रेशन लाइसेंस अथॉरिटी के तहत ड्राइविंग टेस्ट लेना अधिकारियों के लिए भी चुनौती बन गया है। दो दिन में तीन सौ से अधिक लोगों के ड्राइविंग टेस्ट लेने पड़ रहे हैं। साथ ही वाहनों की पासिंग होती है। सुबह आठ बजे से लंबी कतारें लगने के बाद देर शाम तक भी बारी नहीं आ रही है।
जोगेंद्रनगर में 24 और 25 फरवरी को ड्राइविग टेस्ट और वाहनों की पासिग में भी माहौल ऐसा ही रहा। ड्राइविंग टेस्ट के लिए करीब साढ़े तीन सौ आवेदन पहुंचे थे, जबकि 100 से अधिक वाहनों की पासिंग होनी थी। सुबह आठ बजे कतार में लगने के बावजूद देर शाम तक बारी का इंतजार करना पड़ा। मंडी जिले के दस विधानसभा क्षेत्रों के संबंधित रजिस्ट्रेशन लाइसेंस अथॉरिटी के लिए महज एक एमबीआइ की नियुक्ति से यह समस्या बढ़ती जा रही है। प्रत्येक माह दो दिन ही यह प्रक्रिया चलती है।
एमबीआइ दिग्विजय सिंह ने बताया कि 24 और 25 फरवरी के लिए वाहनों की पासिग और ड्राइविग टेस्ट के करीब साढ़े चार सौ आवेदन पहुंचे थे। लोगों को भले ही इंतजार करना पड़ा बावजूद इसके प्रक्रिया पूरी की गई।
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आरएलए जोगेंद्रनगर में ड्राइविंग टेस्ट के समय बढ़ाने का प्रस्ताव आरटीओ मंडी को सौंपा है। ड्राइविंग टेस्ट के लिए समय अवधि बढ़ाने का आश्वासन मिला है। इससे समस्या का निदान हो पाएगा।
-अमित मेहरा, एसडीएम एवं प्रभारी आरएलए जोगेंद्रनगर।