गैर जमानती ही रखा जाए मेडिपर्सन एक्ट : डॉ. जितेंद्र
प्रदेश मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन की मंडी इकाई ने प्रदेश सरकार द्वारा मैडिपर्सन एक्ट में प्रस्तावित संशोधन की कड़े शब्दों में खंडन किया है। उन्होंने कहा कि यदि इस एक्ट को गैर जमानती अपराधों की श्रेणी से हटाया जाता है तो यह चिकित्सकों एवं स्टाफ के खिलाफ दुर्वव्यवहार और मारपीट की घटनाओं एवं आसामाजिक तत्वों को बढ़ावा देना होगा। उल्लेखनीय है कि डाक्टरों एवं स्टाफ के संगठन निरंतर सरकार से यह निवेदन करते आए हैं कि स्वास्थ्य संस्थाओं में सुरक्षा व्यवस्था सु²ढ़ की जाए। ऐसे में मौजूदा कानून को कमजोर करना चिकित्सकों और स्टाफ की मांगों और हितों के साथ खिलवाड़ है। एच.एम.ओ.ए. ने सरकार से पुन: निवेदन किया है कि मैडीपर्सन एक्ट को गैर जमानती ही रखा जाए,
मंडी : प्रदेश मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन की मंडी इकाई ने प्रदेश सरकार की ओर से मेडिपर्सन एक्ट में प्रस्तावित संशोधन का कड़े शब्दों में खंडन किया है। उन्होंने कहा यदि इस एक्ट को गैर जमानती अपराधों की श्रेणी से हटाया जाता है तो यह चिकित्सकों एवं स्टाफ के खिलाफ दुर्वव्यवहार और मारपीट की घटनाओं एवं असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देना होगा।
एचएमओए ने सरकार से पुन: निवेदन किया है कि मेडिपर्सन एक्ट को गैर जमानती ही रखा जाए, ताकि सभी स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मचारी निडर होकर मरीजों के हित में अपनी सेवाएं और बेहतर रूप में दे सके। ऐसा न करने पर संगठन को संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ सकता है। एचएमओए मंडी के अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र व सचिव डॉ. विशाल जम्वाल ने कहा चिकित्सक सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। लेकिन सभी जेनेरिक दवाएं सरकारी संस्थानों में उपलब्ध ही नहीं हैं। एसोसिएशन की लंबे समय से यह मांग रही है जेनेरिक दवाओं की गुणवत्ता की जांच किए बिना उनकी आपूर्ति करना मरीजों के लिए हानिकारक एवं जानलेवा भी हो सकता है।