घर में होने वाली हत्या रोक पाना संभव नहीं : एसआर मरड़ी
पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी का कहना है घर में होने वाली हत्या रोक पाना संभव नहीं है।
जागरण संवाददाता, मंडी : पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी का कहना है घर में होने वाली हत्या को रोक पाना संभव नहीं है। किसी के घर में क्या चल रहा है। इस बात की जानकारी रख पाना पुलिस के लिए आसान काम नहीं है। प्रदेश में कुछ साल से हत्या के ग्राफ में कमी आई है। 1985 से लेकर हर साल हत्या के 120 से अधिक केस दर्ज होते थे। अब यह ग्राफ घटकर 100 से नीचे आ गया है। बीते वर्ष के मुकाबले अगस्त तक इस साल हत्या का एक मामला कम हुआ है। हत्या के 92 फीसद से अधिक मामले पुलिस ने सुलझा लिए हैं। एसआर मरडी शुक्रवार को पुलिस लाइन मंडी में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कुछ एक मामलों को छोड़कर अब तक हत्या के जितने मामले हुए हैं। उनमें आपसी र¨जश, संपत्ति विवाद व पारिवारिक कलह प्रमुख कारण रहे हैं। प्रदेश में बढ़ रहे नशे के प्रचलन को रोकने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से अभियान चलाया जा रहा है। सूचनाओं का आदान-प्रदान पांच राज्यों की पुलिस के साथ किया जा रहा है। पहले पुलिस सालभर मे 250ग्राम चिट्टा भी नहीं पकड़ पाती थी। अब सालाना छह किलो चिट्टे की बरामदगी हो रही है। कई नाइजीरियन नागरिकों को चिट्टे के साथ पकड़ पुलिस सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है। यातायात के अत्याधिक दबाव के कारण बैरियर पर हर वाहन की जांच करना संभव नहीं है। इस मौके पर पुलिस महानिरीक्षक मध्य क्षेत्र मंडी कपिल शर्मा व पुलिस अधीक्षक मंडी गुरदेव शर्मा भी मौजूद रहे।
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नशा निवारण केंद्र होंगे सुदृढ़ :
शिमला व टांडा मेडिकल कॉलेज के नशा निवारण केंद्र को सुदृढ़ करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जो युवा नशे की चपेट में आ चुके हैं, उनका उपचार यहां संभव हो पाएगा।
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संपत्ति होगी कुर्क :
जनता की सहभागिता से मादक पदार्थो के कारोबार से जुड़े लोगों की कमर तोड़ी जाएगी। ऐसे लोगों की संपत्ति जब्त कर उसकी कोर्ट के माध्यम से कुर्की करवाई जाएगी।