नेरचौक नगर परिषद में स्थायी अधिकारी नहीं, विकास कार्य ठप
नगर परिषद नेरचौक में विकास के कार्य पूरी तरह से बंद पड़े हुए हैं। नगर परिषद सड़क किनारे बनी नालियों की साफ-सफाई और कूड़े कचरे का प्रबंधन तक नहीं हो रहा है। लोगों में इस बात को लेकर रोष है। जबसे नगर परिषद का गठन हुआ है तब से अब तक किसी भी अधिकारी की स्थाई नियुक्ति इस नगर परिषद में नहीं हो पाई है।
सहयोगी, नेचौक : नगर परिषद नेरचौक में विकास के कार्य पूरी तरह से बंद पड़े हुए हैं। नगर परिषद सड़क किनारे बनी नालियों की साफ-सफाई और कूड़े कचरे का प्रबंधन तक नहीं कर पा रही है। लोगों में इस बात को लेकर रोष है, जबसे नगर परिषद का गठन हुआ है तब से अब तक किसी भी अधिकारी की स्थाई नियुक्ति इस नगर परिषद में नहीं हो पाई है। कार्यालय मे अन्य कर्मचारियों के भी अधिकतर पद रिक्त चले हुए हैं। नगर परिषद को आउटसोर्स पर रखे पार्ट टाइम कर्मचारियों की सहायता से चलाया जा रहा है। यही नहीं जो चौकीदार व अन्य चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं उनसे लिपिक का कार्य करवाया जा रहा है। परिषद अधिकृत क्षेत्र में पिछले तीन महीनों से विकास के कार्य पूरी तरह से बंद हो गए हैं। हालात यह हैं कि नगर परिषद नेरचौक कि अपने अधिकृत क्षेत्र में अपनी डंपिग साइट भी तय नहीं हो पाई है। शहर के कचरे को ठिकाने लगाना मुश्किल हो गया है। इस कारण यहां पर गंदगी पसरी हुई है। पिछले लंबे समय से कार्यकारी अधिकारी का पद भी एसडीएम देख रहे हैं। लोगों की माने तो नगर परिषद तो बना दी गई, लेकिन यहां पर काम कैसे होगा इसका बंदोबस्त करना सरकार भूल गई है। बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी ने इस बारे बताया कि नगर परिषद नेरचौक में शीघ्र ही स्थाई अधिकारी की नियुक्ति कर दी जाएगी। इस सबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री से बात कर ली है। वहीं नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी व एसडीएम बल्ह डॉ. आशीष शर्मा ने बताया कि कर्फ्यू के कारण सभी कार्यों पर विराम लग गया था। अब सरकार के निर्देशानुसार कुछ कार्यों को करने की छूट मिली है। जल्द नगर परिषद की बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें लंबित पड़े कार्यों सहित अन्य कई आवश्यक कार्यों को करने का भी निर्णय लेकर विकास कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।