देवता को छूने पर पीटा, पवित्रता के लिए मांगा बकरा
गोहर में सवर्णों की दबंगई, पीड़ित परिवार ने पुलिस पर उठाए सवाल। जातीय भेदभाव के उपरांत भी पुलिस ने बनाया मारपीट का मामला।
मंडी, जेएनएन। गोहर के स्यांज में सोमवार शाम गुग्गा जाहरपीर को छूने पर कुछ लोगों ने अनुसूचित जाति के व्यक्ति की पिटाई कर डाली। पीड़ित परिवार ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हुए कहा कि जातीय भेदभाव के बावजूद सिर्फ मारपीट का मामला दर्ज किया गया। गुग्गा जाहरपीर को छूने का जिक्र भी प्राथमिकी में नहीं किया गया।
नांडी गांव का 60 वर्षीय जालपु राम बेटी के घर रोसा गांव गया था। सोमवार सायं वहां से ससुराल दसोट जा रहा था। रास्ते में एक घर के बरामदे में गुग्गा जाहरपीर को देख कर जालपु राम माथा टेकने चला गया। प्रदेश में हिंदू रीति रिवाज व परंपराओं के अनुसार भाद्र माह में गुग्गा जाहरपीर को बहुत माना जाता है। दर्शन करने के बाद जब जालपु राम घर से बाहर आया तो घर के मालिक तिलक राज ने उसे गले से पकड़ लिया। चार-पांच अन्य लोगों के साथ मिलकर जालपु की लात-मुक्कों से पिटाई कर दी। इससे जालपु की पीठ, कंधे में चोटें आई हैं। आरोप है कि तिलक ने जालपु को देवता को छूकर अपवित्र करने और पवित्र करने के लिए बकरा देने की बात कही। जालपु ने उनकी हां में हां मिलाई, तब जाकर उसे बेटी के घर छोड़ा। जालपु की बेटी प्रभी देवी ने फोन कर अपने भाई हरी सिंह को पिता की पिटाई के बारे में बताया। हरी सिंह ने पुलिस थाना गोहर को घटना की सूचना दूरभाष पर दी।
पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों पक्षों को शांत कर कानूनी कार्रवाई की। हरी सिंह का कहना है कि पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की है। न तो पुलिस ने गुग्गा जाहरपीर को छूने की बात प्राथमिकी में लिखी है और न ही गुग्गा जाहरपीर को पवित्र करने के लिए बकरे की मांग को कहीं दर्ज किया। हरी सिंह ने मांग की है कि इस मामले में उच्च अधिकारी से जांच करवाई जाए और दोषी लोगों के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए।
जांच जारी है : थाना प्रभारी
थाना प्रभारी गोहर मनोज वालिया का कहना है कि मारपीट की शिकायत आई थी। आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
कार्रवाई नहीं हुई तो उपायुक्त से मिलेंगे : एनजीओ
राइट एनजीओ के अध्यक्ष सुरेश कुमार व उनकी टीम भी मौके पर गई थी तो उन्होंने पाया कि जालपु राम को पीटने का मुख्य कारण छुआछूत और गुग्गा जाहरपीर को छूना था। सुरेश का कहना है कि अगर पुलिस निष्पक्ष और उचित कार्रवाई नहीं करती तो जल्द ही संस्था के अधिकारी स्थानीय लोगों के साथ उपायुक्त मंडी से मिलेंगे।