आलाकमान भी नहीं पाट सका गुटबाजी की खाई
हंसराज सैनी मंडी कांग्रेस की गुटबाजी मंडी जिला में नासूर बन गई है। प्रदेश नेतृत्व इसकी स
हंसराज सैनी, मंडी
कांग्रेस की गुटबाजी मंडी जिला में नासूर बन गई है। प्रदेश नेतृत्व इसकी सर्जरी करने में पूरी तरह से विफल रहा है। जिले के कांग्रेसी नेता व कार्यकत्र्ता तीन धड़ों में बंटे हैं। पार्टी के अस्तित्व की चिता करने की बजाय हर धड़े का नेता व कार्यकत्र्ता अपना वजूद बचाने में लगे हुए हैं।
संगठन में एकजुटता के दावे पूरी तरह बेमानी लग रहे हैं। ग्रास रूट से जुड़े कार्यकत्र्ताओं की अनदेखी पार्टी पर भारी पड़ रही है। एक-दूसरे को नीचा दिखाने के खेल ने पार्टी का सारा खेल बिगाड़ कर रख दिया है। गत दिनों विपाशा सदन में आयोजित किसान संवाद सम्मेलन में खेले गए खेल का नजारा बस देख चुके हैं। विपाशा सदन का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था, अब नाचन हलके से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे लाल सिंह कौशल ने प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश नेतृत्व पर जानबूझ कर एक साल से मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति न करने का आरोप लगाया है।
बकौल लाल सिंह कौशल, मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर किसान संवाद सम्मेलन की पूर्व संध्या पर वह प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर से मिलने 10 वरिष्ठ कार्यकत्र्ताओं के साथ परिधि गृह मंडी गए थे। कई घंटे बैठक कक्ष में बैठकर इंतजार करते रहे, लेकिन कुलदीप राठौर ने मिलने का समय नहीं दिया। उनकी तरफ से मंडल अध्यक्ष को लेकर जिन तीन लोगों के नाम दिए गए हैं। उस पर कोई गौर नहीं किया जा रहा है। मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति न होने से कार्यकत्र्ताओं का मनोबल टूट रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के गुट से जुड़े जिले के नेता कुलदीप राठौर का समर्थन कर रहे हैं, जबकि पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर व पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविदर सिंह सुक्खू खेमे के लोग खुलकर राठौर का विरोध जता रहे हैं। ये लोग कुलदीप राठौर का नेतृत्व मानने को किसी भी सूरत में तैयार नहीं है, इसलिए गुटबाजी रूपी नासूर दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है।