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गलमा गोलीकांड की जांच तेज, आरोपित का नहीं लगा सुराग

बल्ह उपमंडल की गलमा पंचायत के मेहसड़ा जंगल मे मंगलवार देर शाम हुए गोलीकांड की जांच तेज हो गई है। बल्ह पुलिस, क्यूआरटी व टेक्नीकल सैल के जवानों ने आरोपित का सुराग लगाने के लिए बुधवार को जंगल को चप्पा-चप्पा छाना। पुलिस रात को भी डॉग स्कवायड लेकर पहुंची थी। लेकिन पुलिस

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 07:00 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 07:00 PM (IST)
गलमा गोलीकांड की जांच तेज, आरोपित का नहीं लगा सुराग
गलमा गोलीकांड की जांच तेज, आरोपित का नहीं लगा सुराग

सहयोगी, रिवालसर : उपमंडल बल्ह की गलमा पंचायत के मेहसड़ा जंगल में मंगलवार देर शाम हुए गोलीकांड की जांच तेज हो गई है। बल्ह पुलिस, क्यूआरटी व टेक्नीकल सेल के जवानों ने आरोपित का सुराग लगाने के लिए बुधवार को जंगल का चप्पा-चप्पा छाना। पुलिस रात को भी डॉग स्कवायड लेकर पहुंची थी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। एक पेड़ से गोली के छर्रे व कोट मिला है। पुलिस जंगल के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने भी मौके का निरीक्षण किया। क्षेत्र के सभी बंदूकधारकों को पूछताछ के लिए पुलिस थाना रत्ती तलब किया गया है। जंगल में अकसर शिकार के लिए कौन-कौन जाता है? पुलिस इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है। मोबाइल लोकेशन से भी आरोपित का सुराग लगाने की कोशिश की जा रही है।

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सुभाष जोगेंद्रनगर हलके के चौंतड़ा क्षेत्र के डगबगड़ा का रहने वाला था। अपनी पत्नी, तीन बेटियों व एक बेटे के साथ काफी समय से गलमा में रह रहा था। मंगलवार शाम छह बजे वह सिध्याणी पंचायत के डहणू से अपना काम निपटाने के बाद घर आ रहा था। मेहसड़ा जंगल में पहुंचने पर वह सूखी लकड़ियां इकट्ठी कर रहा था कि शिकार के लिए जंगल में पहले से तैयार बैठे किसी शिकारी ने अचानक गोली दाग दी। जो सुभाष के सिर पर जाकर लगी थी। चिल्लाने की आवाज सुन शिकारी मौके से फरार हो गए थे। सुभाष रात तक क्वार्टर नहीं पहुंचा तो पत्नी ने उसके मोबाइल पर संपर्क साधा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इससे परेशान होकर सुभाष की पत्नी उसे ढूंढती हुई जंगल में पहुंच गई। रास्ते में सुभाष को खून से लथपथ पड़ा देख उसने शोर मचाया। ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सुभाष को उपचार के लिए नेरचौक मेडिकल कॉलेज ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने सुभाष को मृत घोषित कर दिया था। आरोपित की धरपकड़ के लिए अभियान चल रहा था। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए हैं। मोबाइल लोकेशन का भी सहारा लिया जा रहा है। क्षेत्र में जिन लोगों ने खुद की सुरक्षा या फिर फसल सुरक्षा के लिए बंदूकें ले रखी हैं उन सबको पूछताछ के लिए तलब किया गया है।

गुरदेव शर्मा, पुलिस अधीक्षक मंडी।


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