बीएसएनएल कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी की नारेबाजी
(एयूएबी) द्वारा अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में शुरू की गई हड़ताल के दूसरे दिन भी जमकर नारेबाजी की। एयूएबी के जिला अध्यक्ष ने इस मौके पर कहा कि बीएसएनएल के मोबाइल टावरों के संचालन और रखरखाव के लिए आउटसोर्स प्रथा को बंद किया जाए। बीएसएनएल के 2 लाख सेवानिवृत्त कर्मचारियों की जनवरी 2017 से संशोधित पेंशन का प्रावधान किया जाए। तीसरे वेतन संशोधन को भी जल्दी लागू किया जाए। एयूएबी की सभी यूनियन और एसोसिएशन बीएसए
संवाद सहयोगी, मंडी : ऑल इंडिया यूनियन एंड एसोसिएशन ऑफ बीएसएनएल (एयूएबी) द्वारा मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में शुरू की गई हड़ताल के दूसरे दिन भी जमकर नारेबाजी की। एयूएबी के जिला अध्यक्ष ने कहा कि बीएसएनएल के मोबाइल टावरों के संचालन और रखरखाव के लिए आउटसोर्स प्रथा को बंद किया जाए।
बीएसएनएल के दो लाख सेवानिवृत्त कर्मचारियों की जनवरी 2017 से संशोधित पेंशन का प्रावधान किया जाए। तीसरे वेतन संशोधन को भी जल्द लागू किया जाए। एयूएबी की सभी यूनियन और एसोसिएशन बीएसएनएल के 1.72 लाख से अधिक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करती है। अधिकांश कर्मचारियों को दूरसंचार विभाग द्वारा भर्ती किया गया है और एक अक्टूबर 2000 को बीएसएनएल में समाहित कर लिया गया है और 60,000 से अधिक कर्मचारियों को बीएसएनएल द्वारा सीधे भर्ती किया गया है, जिनकी अभी लंबी सेवा है। दूरसंचार विभाग बीएसएनएल के पुन:उद्धार और मुद्दों के निपटान में अड़चन डाल रहा है। बेहतर करियर संभावनाओं के लिए कर्मचारी और बीएसएनएल पेंशनरों को सरकार ने पेंशन की गारंटी दी थी, लेकिन अब सरकार बीएसएनएल के प्रत्येक और हर व्यवसाय प्रस्ताव पर बाधाएं पैदा कर रही है। व्यावहारिक रूप से कंपनी के दिन प्रतिदिन के मामलों में हस्तक्षेप कर रही है। सरकार से मांग की है कि बीएसएनएल को 4जी स्पेक्ट्रम का आवंटन किया जा।