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बी.फार्मा आयुर्वेदिक कालेज का सरकारीकरण फाइलों में

राजेश शर्मा जोगेंद्रनगर जोगेंद्रनगर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आने के बाद बी.फार्मा आय

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 11:44 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 11:44 PM (IST)
बी.फार्मा आयुर्वेदिक कालेज का सरकारीकरण फाइलों में
बी.फार्मा आयुर्वेदिक कालेज का सरकारीकरण फाइलों में

राजेश शर्मा, जोगेंद्रनगर

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जोगेंद्रनगर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आने के बाद बी.फार्मा आयुर्वेदिक महाविद्यालय के सरकारीकरण का मुद्दा फिर से गरमा गया है। तीन साल से अधिक समय बाद भी मामला औपचारिकताओं की फाइलों में दफन है। इससे प्रशिक्षुओं में रोष है।

महाविद्यालय के सरकारीकरण के लिए प्रबंधन और बी.फार्मा का प्रशिक्षण हासिल कर रहे प्रशिक्षु तीन साल से उम्मीद लगाए हुए हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नौ दिसंबर 2018 को आयुर्वेदिक महाविद्यालय के सरकारीकरण की घोषणा की थी। प्रदेश के एकमात्र बी.फार्मा महाविद्यालय में आरक्षित 30 सीटों में अलग-अलग सत्रों में 100 से अधिक प्रशिक्षु शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सरकारीकरण न होने के कारण प्राध्यापकों की नियुक्ति व अन्य संसाधनों का भी अभाव बना हुआ है। स्वीकृत कुल 14 पदों में एक शिक्षक ही स्थायी तौर पर सेवाएं दे रहा है, जबकि लाइब्रेरियन और अन्य चार शिक्षकों सहित कुल 10 पद अरसे से रिक्त हैं। 2010 से सोसायटी मोड पर चल रहे महाविद्यालय से करीब ढाई सौ प्रशिक्षण पासआउट हो चुके हैं। महाविद्यालय के सरकारीकरण न होने के कारण प्रशिक्षुओं में अपने भविष्य को लेकर भी असमंजस है। प्रदेश के एकमात्र बी.फार्मा आयुर्वेदिक कालेज में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे आयुर्वेदिक प्रशिक्षुओं को मुख्यमंत्री ने बड़ी सौगात देते हुए संस्थान को सरकारी दर्जा दिलाने की घोषणा तो कर दी है। लेकिन मामला अभी भी औपचारिकताओं में उलझा हुआ है। एक करोड़ के छात्रावास पर ताला

बी.फार्मा आयुर्वेदिक महाविद्यालय का सरकारीकरण न होने से एक करोड़ के छात्रावास पर भी ताला लटका है। 45 प्रशिक्षु मौजूदा समय में भी किराये के कमरे में रहने को मजबूर हैं। जोगेंद्रनगर में मुख्यमंत्री की हर घोषणा को पूरा करने के लिए सरकार वचनबद्ध है। बीफार्मा महाविद्यालय पूर्व भाजपा सरकार की देन है। इसके सरकारीकरण की घोषणा जल्द पूरी होगी। औपचारिकताओं के चलते कुछ विलंब हुआ है।

-गुलाब सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को बढ़त दिलाने के लिए अनेक घोषणाएं मुख्यमंत्री ने कर दी, लेकिन उन्हें करने में सरकार नाकाम रही है। जनता को गुमराह करने का सबक संसदीय उपचुनाव में भाजपा को मिलेगा।

-सुरेंद्र पाल ठाकुर, पूर्व विधायक कांग्रेस सरकार। बी.फार्मा महाविद्यालय के सरकारीकरण की घोषणा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रामलीला मैदान में 9 दिसंबर 2018 को की थी। यह पूरी नहीं हो पाई है। ऐसे में पूर्व में की गई घोषणाओं पर जवाब तलब भी होगा।

-रमन बहल, कारोबारी जोगेंद्रनगर। सोसायटी मोड पर चल रहे बी.फार्मा महाविद्यालय का सरकारीकरण होने से सुविधाओं और संसाधनों में इजाफा होगा। सरकार जल्द इस प्रक्रिया को पूरा करे। छात्रावास का प्रशिक्षुओं के लिए इस्तेमाल में न होना दुर्भाग्यपूर्ण है।

-अजय ठाकुर, असिस्टेंट गर्वनर रोटरी क्लब जोगेंद्रनगर। सांसद रामस्वरूप शर्मा की मांग पर बी.फार्मा महाविद्यालय के सरकारीकरण की घोषणा मुख्यमंत्री ने की थी। मैं व्यक्तिगत तौर पर मुख्यमंत्री से महाविद्यालय के सरकारीकरण की घोषणा के संबंध में पत्राचार करूंगा।

-आनंद स्वरूप, पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा के बेटे। प्रशिक्षुओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए बी.फार्मा महाविद्यालय के सरकारीकरण का दर्जा मिलना अनिवार्य है। बजट सहित कई सुविधाएं महाविद्यालय को मिलेंगी। मुख्यमंत्री से आग्रह है कि जल्द महाविद्यालय को सरकारीकरण का दर्जा दिलाए।

-सुमित सूद, पूर्व मुख्य सलाहकार व्यापार मंडल जोगेंद्रनगर।


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