कोल डैम में बोट का सफर भी हुआ महंगा
सात किलोमीटर का बढ़ाया 50 फीसद किराया बढ़ाने सोलन, मंडी व बिलासपुर के लोग परेशान।
सुंदरनगर, जेएनएन। कोल डैम से घर की राह नापने वालों के लिए मिली बोट की सुविधा के लिए जनता को जेब ढीली करने पर मजबूर कर दिया है। बोट के किराये में 50 फीसद बढ़ोतरी कर दी गई है। बोट का किराया बढ़ाने से प्रदेश के सोलन, मंडी और बिलासपुर जिले के हजारों लोगों पर मार पड़ी है।
मंडी जिले के सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र की बटबाड़ा, धन्यारा, हाड़ाबोई और सोलन जिले की कंदर व बेरल ग्राम पंचायत समेत बिलासपुर जिले के लोगों का प्रतिदिन कोल डैम को बोट के माध्यम से आर-पार करते है। बोट सुविधा उपलब्ध करवाने वाली सोसायटी किराये में बढ़ोतरी करके सात किलोमीटर के 40 रुपये वसूल रही है। ग्रामीणों की मानें तो पहले 18 रुपये कोल डैम से सूईक्यार तक बोट में किराया लिया जाता था लेकिन अब 40 रुपये वसूले जा रहे हैं।
ग्रामीणों ने विधायक को सौंपे मांग पत्र में आरोप लगाया है कि कसोल सोसायटी क्याण से सूईक्यार का किराया लोगों से मनमर्जी से वसूला जा रहा है। जो सरकार द्वारा निर्धारित किराये से दो गुणा लिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के दरबार पहुंचा किराया वृद्धि का मामला
ग्रामीण नंदलाल, नरपत राम, विनोद कुमार, पंकज कुमार, यशोमती देवी, शिव राम, लुहारू राम, सपना, माया, किशोरी लाल, सीमा कुमारी, राजेंद्र, लेख राम, हरदेव, भीम सिंह, राम सिंह, कृष्ण लाल, नगीन चंद, हेत राम, ज्ञान चंद, नानक चंद, कांशी राम, लता देवी, नर्वदा देवी, परमा राम, देवेंद्र, जीत राम, धर्म दास, जय चंद, भगत राम, बीरबल, रमेश, रामलाल, हंसराज, करतार व परस राम ने सहित दो दर्जन ग्रामीणों ने बोट के किराये की वृद्धि पर विरोध किया है। विरोध स्वरूप ग्रामीणों ने इस संबंध में मांग पत्र सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सुंदरनगर दौरे के दौरान सौंपा।
ग्रामीणों ने बताया कि बोट किराया कम करवाकर संबंधित सोसायटी को टिकट देने के आदेश जारी किए जाएं। विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि पंजोलठ गांव के आसपास के लोगों का मांग पत्र इस संबंध में मिला है। मुख्यमंत्री को भी इस समस्या से अवगत करवा दिया गया है। शीघ्र ही इस समस्या का हल करके लोगों को राहत प्रदान करवाई जाएगी। एसडीएम सुंदरनगर को इस समस्या का समाधान करने के निर्देश दे दिए गए है।
क्याण से चलने वाली बोट बंद
कसोल बोट सोसायटी द्वारा क्याण से सुबह सात बजे चलती है, उसे अब बंद कर दिया गया है। जो बोट सूईक्यार से शाम चार बजे चलती है, उससे पर मनमर्जी भारी पड़ गई है। इन रूटों के बंद होने से लोग परेशान हैं। क्योंकि पैदल आने जाने के रास्ते कोल डैम झील में डूब चुके हैं। उन्होंने मांग की है कि लोगों की सुविधा के लिए सुबह सात बजे क्याण से और शाम चार बजे सूईक्यार से बोट सुविधा उपलब्ध करवाई जाए।