बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे के समर्थन में उतरे लोग
बल्ह घाटी में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के समर्थन में गोडा गागल, कुम्मी व चंडयाल पंचायत के लोग उतर गए हैं। हवाई अड्डे के निर्माण के लिए तीनों पंचायतों के लोग अपनी हजारों बीघा भूमि देने को तैयार हो गए हैं। वीरवार को ¨सहन गांव में लोगों ने पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष बलदेव सैनी की अध्यक्षता में एक बैठक कर सरकार को हवाई अड्डा निर्माण के लिए जमीन देने का प्रस्ताव भेजा है। कुम्मी पंचायत के डयोढ़ा से लेकर स्याहल गांव तक हजारों बीघा जमीन उपलब्ध है। करीब छह किलोमीटर लंबे भू-भाग में मात्र 10 से 15 मकान है। यहां सरकार को मात्र भूमि अधिग्रहण का पैसा देना होगा।
जागरण संवाददाता, मंडी : बल्ह घाटी में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के समर्थन में गोडा गागल, कुम्मी व चंडयाल पंचायत के लोग उतर गए हैं। हवाई अड्डे के निर्माण के लिए तीनों पंचायतों के लोग अपनी हजारों बीघा भूमि देने को तैयार हो गए हैं। वीरवार को ¨सहन गांव में लोगों ने पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष बलदेव सैनी की अध्यक्षता में एक बैठक कर सरकार को हवाई अड्डा निर्माण के लिए जमीन देने का प्रस्ताव भेजा है।
कुम्मी पंचायत के डयोढ़ा से लेकर स्याहल गांव तक हजारों बीघा जमीन उपलब्ध है। करीब छह किलोमीटर लंबे भू-भाग में मात्र 10 से 15 मकान हैं। यहां सरकार को मात्र भूमि अधिग्रहण का पैसा देना होगा।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी डोयढ़ा से चक्कर के बीच हवाई अड्डा बनाने की घोषणा कर चुके हैं। बकौल बलदेव, हवाई अड्डे निर्माण का विरोध वह लोग कर रहे हैं, जिन्होंने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे कर रखे हैं। भूमि अधिग्रहण होने की एवज में ऐसे लोगों को कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। कुछ लोगों की हर विकास कार्य में रोड़ा अटकाना आदत बन गई है। ऐसे लोगों की वजह से ओएनजीसी को ढाबण में तेल खोजने का प्रोजेक्ट बंद करना पड़ा था। मेडिकल कॉलेज नेरचौक का काम दो साल तक अटका रहा।
फोरलेन की मौजूदा दुगर्ति के लिए यही लोग जिम्मेदार हैं। विकास कार्य का विरोध करने के बजाय सरकार से उचित मुआवजे की मांग करनी चाहिए। इस हक में सब लोग हैं। बल्ह घाटी में हवाई अड्डा बनने से रोजगार के अवसर सृजित होंगे। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र के लोग अपनी इस मांग को लेकर जल्द मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर से मिलेंगे। बैठक में मेघ राज सैनी, रोशन लाल, कन्हैया लाल, परमानंद, मोहन लाल, नारायण दास, दुर्गा दास व सुभाष सहित अन्य गण्यमान्य मौजूद रहे।