बीफार्मा आयुर्वेदिक कालेज को अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी से मिलेगी संबद्धता
प्रदेश के एकमात्र बीफार्मा आयुर्वेदिक महाविद्यालय जोगेंद्रनगर को अब अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी से संबद्धता मिलेगी।
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : प्रदेश के एकमात्र बीफार्मा आयुर्वेदिक महाविद्यालय जोगेंद्रनगर को अब अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी नेरचौक (मंडी) से संबद्धता मिलेगी। संयुक्त टीम ने इसका निरीक्षण कर औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। अधिसूचना जारी होते ही इस महाविद्यालय में प्रवेश व परीक्षा अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी की देखरेख में होगी।
वर्ष 2010 में अस्तित्व में आए बीफार्मा आयुर्वेदिक महाविद्यालय की संबद्धता इससे पहले हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा विभाग के अधीन थी। अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी के साथ आयुर्वेद महाविद्यालय की संबद्धता मिलने से महाविद्यालय की शिक्षा की गुणवत्ता में विस्तार के साथ प्रशिक्षुओं के लिए सुविधाओं और संसाधनों में विस्तार की भी उम्मीद जगी है। करीब 120 प्रशिक्षु बीफार्मा आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट का प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं। बीते 10 साल में आठ शैक्षणिक सत्रों में 300 से अधिक प्रशिक्षु पासआउट होकर आयुर्वेदिक क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं। आयुर्वेदिक बीफार्मा के प्रशिक्षण के लिए यहां पर कक्षाओं के लिए भवन, प्रयोगशाला की सुविधा है। फार्मासिस्ट प्रशिक्षण के लिए प्रति वर्ष 23,250 रुपये व चार साल के लिए एक लाख से भी कम प्रशिक्षण शुल्क निर्धारित है। बीफार्मा आयुर्वेदिक महाविद्यालय में अरसे से रिक्त प्रवक्ता के पदों को भी भरने की कवायद शुरू हुई है। यहां पर प्रशिक्षु रसशास्त्र, बिजनेस कम्युनिकेशन, फार्मास्यूटिकल बायोलाजी, केमिस्ट्री व डिजास्टर मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी कर रहे हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डा राकेश थमन ने बताया कि प्रदेश मंत्रिमंडल ने अनुबंध के आधार पर फार्मास्यूटिकल विज्ञान व फार्मा कागनासी प्रवक्ताओं की नियुक्ति की स्वीकृति दी है। कुल 14 पदों की स्वीकृति वाले इस संस्थान में रिक्त चल रहे अन्य पदों को भी भरने का सिलसिला शुरू होगा। सरकार नियंत्रण में ले कालेज : राकेश
सोसायटी मोड़ पर चल रहे बीफार्मा महाविद्यालय को सरकार के नियंत्रण में लेने की भी मांग लगातार उठ रही है। 2018 में जोगेंद्रनगर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस कालेज के सरकारीकरण की घोषणा की थी। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष डा. राकेश धरवाल ने कहा कि इस कालेज को सरकार अपने नियंत्रण में ले। सरकारीकरण होने से यहां पर संसाधनों और सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी।