विद्युत परियोजनाओं में 91 लाख यूनिट कम उत्पादन
जागरण संवाददाता, मंडी : राज्य विद्युत परिषद के पनविद्युत प्रोजेक्टों में फरवरी में तय लक्ष्य से कर
जागरण संवाददाता, मंडी : राज्य विद्युत परिषद के पनविद्युत प्रोजेक्टों में फरवरी में तय लक्ष्य से करीब 91.886 लाख यूनिट कम बिजली उत्पादन हुआ है। सूखे के कारण प्रोजेक्ट बिजली उत्पादन के तय लक्ष्य को नहीं छू पाए। केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग ने परिषद के पनविद्युत प्रोजेक्टों में फरवरी में 592.400 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन करने का लक्ष्य रखा था, जबकि 500.514 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन हुआ, जो तय लक्ष्य से करीब 91.886 लाख यूनिट कम है।
बारिश न होने के कारण नदी-नालों में पानी की आवक कम रही। इससे प्रदेश में निकट भविष्य में पेयजल संकट गहराने की संभावना भी बढ़ गई है। संजय विद्युत परियोजना भावानगर में 164.750, गानवी में 19.473 लाख यूनिट, नोगली में 1.822, चाबा में 1.572, गिरी में 56.940 लाख यूनिट उत्पादन दर्ज किया गया है। आंध्रा परियोजना में 12.668 लाख यूनिट, बस्सी में 40.843, बिनवा में 10.486, गज में 10.258, बनेर में 11.205, खोली परियोजना में 6.951, लारजी में 144.200, गुम्मा में 2.048 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन रिकॉर्ड किया गया है।
भावा आर्गुमेटेशन में 1.153 लाख यूनिट, होली में 0.143, किलाड़ में 0.259, रुकती में 1.276, थिरोट में 5.134, चंबा भूरि ¨सह में 0.261, गानवी द्वितीय में 8.508 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन हुआ। सुंदरनगर स्थित विद्युत परिषद के मुख्य अभियंता (उत्पादन) पंकज कपूर का कहना है कि फरवरी में सूखे के कारण नदी-नालों में पानी की आवक कम होने से लक्ष्य से कम बिजली उत्पादन हुआ।