मंडी में 90 निजी बसें चली, 345 रही खड़ी
जागरण संवाददाता मंडी निजी बस आपरेटरों ने हड़ताल खत्म कर बसें चला दी लेकिन पहले दिन 9
जागरण संवाददाता, मंडी : निजी बस आपरेटरों ने हड़ताल खत्म कर बसें चला दी, लेकिन पहले दिन 90 बसें ही निर्धारित रूटो पर चल पाई। 335 बसें खड़ी रहीं। इनमें से 200 से अधिक की इंश्योरेंस खत्म हो चुकी है, जबकि 45 की बैटरी डेड हो चुकी है। आपरेटरों को बसों का काम करवाने में ही दो से तीन दिन लगेंगे। वहीं एचआरटीसी ने जिला में 150 रूटों पर बसों को चलाया।
मांगों के समर्थन में हड़ताल पर रहे निजी बस आपरेटरों की बसें दो माह से अधिक समय से खड़ी रही। इससे कुछ में तकनीकी खामियां आ गई हैं। बुधवार को जब निजी बसें चलने का दिन था तो कई बसें स्टार्ट ही नहीं हुई। वहीं इंश्योरेंस खत्म होने के कारण भी आपरेटरों ने रूटों पर बसों को नहीं भेजा। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में लोगों की समस्या जस की तस रही, केवल 90 रूट ही चले, जिसमें से मंडी सुंदरनगर के बीच 35 से 40 रूट थे, शेष ग्रामीण इलाकों में गए।
निजी बस आपरेटर यूनियन के चेयरमैन गुलशन ने बताया कि दो माह से बसें खड़ी होने के कारण अधिकतर की इंश्योरेंस खत्म हो चुकी है। कुछ बसों की पासिग होनी है और पासिग होने से पहले विभाग को बाकाया टैक्स आपरेटरों को भरना होगा। ऐसे में आपरेटरों के लिए एकदम से बसें चलाना सही नहीं था। धीरे-धीरे व्यवस्था को पटरी पर लाया जाएगा और उम्मीद है कि सोमवार तक सभी बसें चल पड़ेंगी। वहीं मंडी के अड्डा इंचार्ज कृष्ण ने बताया कि मंडी से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें 65 रूटों पर भेजी गई। इससे डिपो को 3.42 लाख की आय हुई है।