कोरोना संकट में आत्मनिर्भर योजना बनी सहारा
संवाद सहयोगी मंडी जिला मंडी में अन्य राज्यों के 5581 मजदूरों को केंद्र सरकार की आत्मनिर्भ
संवाद सहयोगी, मंडी : जिला मंडी में अन्य राज्यों के 5581 मजदूरों को केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर योजना के तहत मिलने वाले मुफ्त राशन का लाभ मिला है। लॉकडाउन के बीच मजदूरों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग मंडी ने 571 क्विंटल चावल और 25.50 क्विंटल चना दाल बांटी है। जिन मजदूरों के पास राशन कार्ड नहीं था उनको आत्मनिर्भर योजना के तहत राशन मुहैया करवाया गया है। विभाग ने सभी मजदूरों का डाटा एकत्रित कर लिया है। इसके बाद ही इनके राशनकार्ड बनाए जाएंगे।
मजदूर जिला मंडी में परिवार की आजीविका चलाने के लिए मजदूरी का कार्य करते हैं। लेकिन लॉकडाउन के कारण रोजगार खत्म हो गया था। इनकी सहायता के लिए केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर योजना के तहत मुफ्त राशन देने का आदेश जारी किया था। इन सभी मजदूरों को मुफ्त राशन लेने के लिए सर्वप्रथम एक फार्म भरना पड़ा है। उसे पंचायत प्रधान या अपने क्षेत्र के किसी आधिकारी से सत्यापित करना पड़ा है। उसके बाद फार्म को संबंधित डिपो में भेजा गया है, जिस क्षेत्र में मजदूर कार्य करते हैं। इस प्रकिया के बाद मजदूरों को राशन मिला है। इनका डाटा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग मंडी कार्यालय में जमा किया गया है। इसके बाद राशन कार्ड बनाने की प्रकिया जारी होगी।
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784 डिपो को भी भेजी राशन की खेप
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने जिले के 784 डिपो को राशन की खेप भेजी है। यह सप्लाई जुलाई की है। जिले के तीन लाख सात हजार उपभोक्ताओं को समय पर राशन मिलेगा। यह डिपो जिले के मंडी, करसोग, थुनाग, गोहर, पद्धर, जोगेंद्रनगर, धर्मपुर, सरकाघाट, सुंदरनगर, बल्ह और सदर में है। जबकि 19 गोदाम और एफसी के तीन स्टोर है। इनमें नेरचौक, मयूरा और भाबंला शामिल है। विभाग के गोदामों में गोदामों में 4063 क्विंटल चीनी, 396678 लीटर तेल और 1091 क्विंटल नमक पड़ा है।
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लॉकडाउन में अन्य राज्यों के 5581 मजदूरों को मुफ्त राशन दिया गया है। केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर योजना के तहत राशन मिला है।
-लक्ष्मण कनैत, जिला नियंत्रक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग मंडी।