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पांच दवा विक्रेताओं के लाइसेंस होंगे रद

जिला मंडी के संधोल क्षेत्र के पांच दवा विक्रेताओं के लाइसेंस रद होंगे। दवाओं का रिकार्ड दुरस्त न रखने पर यह कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित दवा विक्रेताओं को नोटिस थमा दिए हैं और 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है, लेकिन तय अवधि तक अधिकतर दवा विक्रेताओं ने जवाब नहीं दिए। ऐसे में उनके लाइसेंस रद कर दिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ड्रग इंस्पेक्टर रजत कुमार के नेतृत्व में हाल ही में जिले के विभिन्न क्षेत्रों में दवाइयों की दुकानों में दबिश दी। इस दौरान जहां कुछ दवाओं के सैंपल भरे गए, वहीं स्टॉक रिकार्ड भी चेक किया गया। जिले के संधोल क्षेत्र में पांच दवा विक्रेता स्टॉक का सही रिकार्ड नहीं दिखा पाए। उनके रिकार्ड में काफी खामियां पाई गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 06:46 PM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 06:46 PM (IST)
पांच दवा विक्रेताओं के लाइसेंस होंगे रद
पांच दवा विक्रेताओं के लाइसेंस होंगे रद

संवाद सहयोगी, मंडी : जिला मंडी के संधोल क्षेत्र के पांच दवा विक्रेताओं के लाइसेंस रद होंगे। दवाओं का रिकॉर्ड दुरुस्त न रखने पर यह कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित दवा विक्रेताओं को नोटिस थमा दिए हैं और 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है, लेकिन तय अवधि तक अधिकतर दवा विक्रेताओं ने जवाब नहीं दिया। ऐसे में उनके लाइसेंस रद कर दिए जाएंगे।

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स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ड्रग इंस्पेक्टर रजत कुमार के नेतृत्व में हाल ही में जिले के विभिन्न क्षेत्र में दवाओं की दुकानों में दबिश दी। इस दौरान जहां कुछ दवाओं के सैंपल भरे गए, वहीं स्टॉक रिकॉर्ड भी चेक किया गया। जिले के संधोल क्षेत्र में पांच दवा विक्रेता स्टॉक का सही रिकॉर्ड नहीं दिखा पाए व काफी खामियां भी पाई गई। इस कारण विभाग ने उन्हें नोटिस देकर स्टॉक में गड़बड़ी पर जवाब मांगा था, लेकिन विभाग को विक्रेताओं का सही जवाब नहीं मिला। इस कारण अब विभाग की ओर से संबंधित दुकानदारों के लाइसेंस रद किए जाएंगे।

विभाग ने इसके लिए लाइसेंस अथॉरिटी को लिख दिया है। कोई भी दवा विक्रेता बिना पर्ची के किसी मरीज को दवाई नहीं दे सकता है। इसके अलावा दवा विक्रेताओं को किसी भी प्रकार की दवाओं की बिक्री का पूरा रिकॉर्ड अपने रजिस्टर में रखना अनिवार्य है। ऐसा न करना नियमों का उल्लंघन माना जाता है, लेकिन जिले के कई दवा विक्रेता बिना पर्ची के ही मरीज को दवाई दे देते हैं और उसका रिकॉर्ड भी नहीं होता। ऐसे में अगर दवा की डोज से मरीज के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है तो कौन जिम्मेदार होगा। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इन दिनों जिले के सभी दवा विक्रेताओं का स्टॉक रिकॉर्ड चेक कर रहा है। इसके लिए दवाओं की दुकानों का निरीक्षण किया जा रहा है।

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संधोल क्षेत्र में पांच दवा विक्रेताओं का स्टॉक रिकॉर्ड सही नहीं पाया गया। उन्हें नोटिस देकर जवाब मांगा है, लेकिन सही जवाब न मिलने पर अब विभाग उनके लाइसेंस रद कर देगा।

-रजत कुमार, दवा निरीक्षण, स्वास्थ्य विभाग।


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