30 में से पांच एंबुलेंस के पहिये जाम
जिले में 108 एंबुलेंस के पहिये जाम हो गए हैं। पांच एंबुलेंस खराब पड़ी हैं।
संवाद सहयोगी, मंडी : जिले में 108 व 102 एंबुलेंस की लचर सेवाओं पर स्वास्थ्य विभाग ने जीवीके को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। जिले में तैनात स्टाफ व कुल एंबुलेंस की डिटेल मांगी है व सेवाएं सुधारने की हिदायत दी है। जिले में आपातकालीन सेवाओं के लिए करीब तीस 108 एंबुलेंस व 17 जननी एक्सप्रेस 102 उपलब्ध हैं, इनमें करीब 80 ईएमटी सहित 150 लोगों का स्टाफ है।
30 में से 108 की पांच एंबुलेंस खराब पड़ी हैं, जबकि 25 एंबुलेंस ही चल रही हैं। वहीं इनमें से भी कई जगह डीजल डलवाने को लेकर अड़चनें आ रही हैं। इसके अलावा 108 व 102 कर्मियों की बार-बार हड़ताल के कारण भी लोगों को जिले में बेहतर सेवाएं नहीं मिल रही हैं। इससे मरीजों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। कर्मियों की हड़ताल के चलते कभी होमगार्ड जवानों तो कभी आरबीएस के चालकों को एंबुलेंस में सेवाएं देनी पड़ रही हैं। पिछले कुछ माह से ऐसा ही चल रहा है। इसको देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ने जीवीके इएमआरआइ कंपनी को पत्र लिखकर सेवाएं सुचारू करने को कहा है।
साथ ही स्टाफ को विभाग के पास रिपोर्ट करने के आदेश देने को कहा है। सरकार ने लोगों को 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए जीवीके कंपनी के माध्यम से देशभर में 108 एंबुलेंस सेवा शुरू की थी, लेकिन कंपनी व कर्मचारियों में आपसी विवाद के कारण लोगों को बेहतर सेवाएं नहीं मिल रही हैं। 108 एंबुलेंस सेवाएं चरमराने से कई क्षेत्रों से निजी वाहनों में मरीजों को अस्पताल में लाना पड़ रहा है। इससे जहां आर्थिक बोझ उठाना पड़ रहा है, वहीं सरकार की नि:शुल्क सुविधा से भी वंचित होना पड़ रहा है।
------- जीवीके कंपनी को पत्र लिखकर स्टाफ सहित एंबुलेंस का ब्योरा मांगा है। जिले में मरीजों को एंबुलेंस सेवा प्रदान की जा रही है।
-डॉ. जीवानंद चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मंडी।