छह हलकों में 250 करोड़ से बनेगी सात पेयजल योजनाएं
जागरण संवाददाता, मंडी : जिला के छह हलकों में 250 करोड़ से सात पेयजल योजनाएं बनेंगी। प्रदे
जागरण संवाददाता, मंडी : जिला के छह हलकों में 250 करोड़ से सात पेयजल योजनाएं बनेंगी। प्रदेश सरकार ने सभी सात योजनाओं को मंजूरी प्रदान कर दी है। ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने योजनाओं को मूर्तरूप देने की कवायद शुरू कर दी है। इन योजनाओं से छह हलकों की उन बस्तियों को जलापूर्ति होगी जो अब तक पेयजल सुविधा से वंचित थी। ऐसे क्षेत्रों को भी योजनाओं का लाभ मिलेगा, जहां अकसर गर्मियों में पेयजल संकट होता है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह हलके सराज की बालीचौकी तहसील में अब भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां लोग पेयजल के लिए प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर हैं। सुंदरनगर हलके के डैहर व कांगू कस्बे की कई बस्तियां पेयजल सुविधा से वंचित हैं। गर्मियों में यहां के लोगों को अकसर पेयजल संकट से जूझना पड़ता है। बल्ह हलके के रिवालसर क्षेत्र में भी कमोवेश यही स्थिति है।
द्रंग हलके के बड़ी धार, कुफरी व टिक्कर आदि गांव की कई बस्तियों में लोगों को आंशिक रूप से पानी मिल रहा है। जोगेंद्रनगर हलके के लडभड़ोल क्षेत्र के लोगों के लिए पेयजल की समस्या कई साल से नासूर बनी हुई है। इन पांच हलकों के इन क्षेत्र को बेहतर पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए पांच पेयजल योजनाएं बनेगी और इन पर करीब 163 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
धर्मपुर हलके में 87 करोड़ से दो पेयजल योजनाओं का निर्माण होगा। इससे मंडप व ग्रयोह आदि क्षेत्र को पेयजल संकट से निजात मिलेगी। ब्रिक्स ने प्रदेश में पेयजल सुविधा से वंचित बस्तियों में लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाने के लिए करीब 3267 करोड़ की योजना स्वीकृत किए हैं। इसी योजना के तहत प्रदेश सरकार ने जिला के छह हलकों के लिए सात योजनाएं मंजूर की है।
---- जिला के छह हलकों में सात पेयजल योजनाओं के लिए सरकार ने 250 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। योजनाओं को मूर्तरूप देने की कवायद शुरू कर दी गई है।
-नवीन पुरी, मुख्य अभियंता, आइपीएच विभाग, मंडी।