मोबाइल सिम बंद करने के नाम पर हो रही ठगी
शहर के एक डॉक्टर के साथ 1.98 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी के मामले की जांच तेज हो गई है।
जागरण संवाददाता, मंडी : शहर के एक डॉक्टर के साथ 1.98 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी के मामले में पुलिस ने अब पेटीएम कंपनी से रिकॉर्ड मांगा है। निकाली गई राशि पीटीएम के जरिये बैंक खाते में जमा करवाई गई थी। शातिरों ने मोबाइल फोन सिम बंद करने का संदेश भेजकर ठगी को अंजाम दिया। ऐसे ही दो और लोग भी ठगे गए हैं। इनके खाते से एक लाख रुपये उड़ाए गए थे। ये शातिर उत्तर प्रदेश, झारखंड व मध्य प्रदेश से संबंधित हैं।
ठगी करने वाले बड़ी मोबाइल फोन कंपनियों का डाटा चुराकर उपभोक्ताओं को मोबाइल सिम या एटीएम कार्ड बंद होने का संदेश भेजते हैं। संदेश का जवाब आने पर उपभोक्ताओं को संबंधित नंबर का केवाईसी करवाने के लिए कहा जाता है। केवाईसी के जरिये ठग उपभोक्ता के नंबर पर ऐनी डेस्क एप या अन्य एप डाउनलोड करके ऑनलाइन रिचार्ज करने के बहाने उपभोक्ता से बैंक एकाउंट की जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके बाद खाते को हैक कर राशि निकाल लेते हैं। मंडी के निजी अस्पताल के चिकित्सक के साथ भी यही हुआ। इसके अलावा एक निजी कंपनी में कार्यरत युवा के 30,000 रुपये और एक बुजुर्ग के 70 हजार रुपये खातों से निकाले गए जिनकी शिकायत पुलिस से की गई है। साइबर सेल इन मामलों की जांच कर रहा है। अब 1.98 लाख रुपये की ठगी के मामले में पेटीएम कंपनी से रिकॉर्ड आने के बाद पुलिस ठगों तक पहुंचने के लिए कार्रवाई करेगी। 22 मामलों में लौटाए 13 लाख रुपये
साइबर सेल की टीम ने अब तक ऑनलाइन ठगी के 22 मामलों में 13 लाख रुपये उपभोक्ताओं को वापस दिलाए हैं। इसमें चौहाटा बाजार के एक व्यवसायी के 10 लाख रुपये शामिल हैं। वहीं, ठगी के 40 मामलों में अभी जांच चल रही है।
------------- पुलिस लोगों से बार-बार अज्ञात व्यक्तियों को अपनी बैंक से संबंधित जानकारी न देने का आग्रह करती है। इसके बावजूद लोग ठगों के झांसे में आ जाते हैं। साइबर सेल ऐसे मामलों की गंभीरता से जांच कर रहा है।
आशीष शर्मा, एएसपी, मंडी।