तीसरे चरण में 1.50 लाख लोगों को लगेगी कोरोना वैक्सीन
जागरण संवाददाता मंडी मंडी जिले में कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में करीब 1.50 लाख
जागरण संवाददाता, मंडी : मंडी जिले में कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में करीब 1.50 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगेगी। इनमें 60 साल से अधिक आयु और 45 से 59 साल तक के विभिन्न रोगों से ग्रसित लोगों का टीकाकरण होगा। 15 अप्रैल तक तय लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर की अध्यक्षता में वीरवार को कोरोना टीकाकरण अभियान से संबंधित जिला टास्क फोर्स की बैठक में इसके लिए रणनीति बनाई।
अभी जिले में स्वास्थ्य विभाग के 28 केंद्रों में कोरोना टीकाकरण सुविधा उपलब्ध है। 14 मार्च के बाद स्वास्थ्य विभाग के करीब 400 टीकाकरण केंद्र सक्रिय हो जाएंगे। इससे लोगों को टीकाकरण केंद्र चुनने के लिए ज्यादा विकल्प उपलब्ध होंगे। बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश ठाकुर और डा. अरिदम रॉय मौजूद रहे।
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कोविन पोर्टल पर करें पंजीकरण
उपायुक्त ने लोगों से कोरोना टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर खुद प्री-रजिस्ट्रेशन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लोग कोविन पोर्टल पर मोबाइल फोन से पंजीकरण स्वयं करें। टीकाकरण के लिए नजदीकी केंद्र और समय तय कर लें और तय शैड्यूल के अनुसार टीकाकरण केंद्र पर आएं। बिना पंजीकरण के टीकाकरण केंद्र में एक साथ बड़ी संख्या में लोग आने से काफी समय बर्बाद होता है।
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जो खुद नहीं कर सकेंगे पंजीकरण, प्रशासन करेगा उनकी मदद
जिन लोगों को खुद पंजीकरण करने में दिक्कत आ रही है, जिला प्रशासन उनकी मदद करेगा। आशा कार्यकर्ताओं के जरिये घर-घर जाकर कोविन पोर्टल पर उनका पंजीकरण किया जाएगा। इसके अलावा पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक टीकाकरण के लिए बुजुर्गों का पंजीकरण सुनिश्चित बनाएंगे। 15 अप्रैल तक सभी बुजुर्गों को टीकाकरण अभियान में कवर कर लिया जाएगा, इसलिए हड़बड़ी से बचें, केवल पूर्व पंजीकरण अवश्य करवा लें।
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तीसरे चरण में अब तक 436 का टीकाकरण
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि जिले में पहली मार्च से शुरू हुए तीसरे चरण के कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत तीन मार्च तक करीब 436 बुजुर्गों व बीमार व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया है। इससे पहले 11450 स्वास्थ्य व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व 4491 फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओं का टीकाकरण किया गया है। 45 से 59 साल तक के विभिन्न रोगों से ग्रसित लोगों के पंजीकरण के लिए किसी पंजीकृत चिकित्सक से बीमारी के संदर्भ में प्रमाणपत्र लेना होगा। ऐसे व्यक्ति मोबाइल फोन से प्रमाणपत्र का फोटो खींच कर कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करते समय अपलोड करें।