बारिश से सेब को मिली संजीवनी
इन दिनों हो रही बारिश सेब के लिए संजीवनी का काम कर रही है।
फरेंद्र ठाकुर, मंडी
इन दिनों हो रही बारिश सेब के लिए संजीवनी का काम कर रही है। इससे सेब का आकार, रंग व गुणवत्ता बेहतर होगी। दो महीने से बारिश कम होने के कारण अप्पर बेल्ट में सेब का आकार बेहतर नहीं हुआ है। अब पर्याप्त मात्रा में हो रही बारिश से बागवानों के चहरों पर रौनक लौट आई है।
सेब का आकार बढ़ने व गुणवत्ता बेहतर होने से बागवानों को दाम उम्दा मिलेंगे। हालांकि अभी मंडी जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्र थाची, सोमगाड़, डिडर व बगस्याड़ में बागवानों ने सेब का तुड़ान नहीं किया है। यहां करीब दो सप्ताह बाद तुड़ान शुरू होगा। तब तक सेब का उचित आकार भी बन जाएगा। बागवान हेत राम, सोहन लाल, केहर सिंह, याद राम, सोमदत्त, सुनील, तारा चंद, भीम सेन, नोक सिंह व खेम सिंह ने कहा कि सराज, नाचन व करसोग में सेब का आकार अभी बढ़ा नहीं है। इन दिनों सब्जी मंडी टकोली, बंजार, बालीचौकी, भुंतर, बंदरोल, बगस्याड़, छतरी सहित अन्य मंडियों में पिछले वर्ष की तुलना में सेब मंडियों में कम पहुंच रहा है। बागवान लुधियाना, दिल्ली, आजादपुर सहित अन्य मंडियों में सेब भेज रहे हैं। वहां उन्हें बेहतर दाम मिल रहे हैं।
------- इस बार सेब की फसल कम है। मंडियों में सेब कम आ रहा है।
चंद्रमणि, प्रधान सब्जी मंडी टकोली।
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अभी सेब का आकार नहीं बन पाया है। बारिश से सेब का आकार, रंग व गुणवत्ता बेहतर होगी।
डॉ. अशोक धीमान, उपनिदेशक, बागवानी विभाग मंडी।