आयुर्वेद बीफार्मा महाविद्यालय में माहौल हुआ शांत
आयुर्वेदा बीफार्मा महाविद्यालय जोगेंद्रनगर में महाविद्यालय प्रबंधन और पुलिस की सख्ती के बाद बाहरी तत्वों के प्रवेश निषेध होते ही माहौल शांतिपूर्ण हो गया है। शनिवार को महाविद्यालय में किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन व गहमा-गहमी का वातावरण नहीं रहा।
संवाद सहयोगी, जोगेंद्रनगर : आयुर्वेद बीफार्मा महाविद्यालय जोगेंद्रनगर में महाविद्यालय प्रबंधन और पुलिस की सख्ती के बाद बाहरी तत्वों का प्रवेश बंद होते ही माहौल शांतिपूर्ण हो गया है। शनिवार को महाविद्यालय में किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन व गहमा-गहमी का वातावरण नहीं रहा। सभी प्रशिक्षु अपनी कक्षा में शिक्षा ग्रहण करते दिखे। विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए महाविद्यालय की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस का खुफिया तंत्र भी मौजूद रहा। इसके अलावा पुलिस की एक टीम भी गश्त कर महाविद्यालय की हर गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थी। महाविद्यालय के सरकारीकरण की मांग और कांगड़ा पुलिस की कार्यप्रणाली पर गुस्साए हुए विद्यार्थियों के शांत होने पर महाविद्यालय प्रबंधन ने भी राहत की सांस ली है।
दो दिन पहले बैजनाथ-पपरोला में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे प्रशिक्षुओं की पुलिस के साथ गहमा-गहमी के बाद जोगेंद्रनगर पहुंचने पर महाविद्यालय का गेट बंद कर प्रशिक्षु धरने प्रदर्शन पर उतर आए थे, जिनके समर्थन में विभिन्न छात्र संगठनों के नेता और कार्यकर्ता भी कूद पड़े थे। हालांकि महाविद्यालय के जल्द सरकारीकरण की मांग को लेकर प्रशिक्षुओं ने महाविद्यालय के प्रधानाचार्य को पुन: प्रस्ताव भी सौंपा है। जिस पर प्रशिक्षुओं को आश्वस्त करते हुए सरकार और सबंधित विभाग तक प्रस्ताव पहुंचाने का भरोसा दिलाया।
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आयुर्वेद बीफार्मा महाविद्यालय में बाहरी तत्वों का प्रवेश निषेध होते ही माहौल शांतिपूर्ण है। महाविद्यालय के सरकारीकरणपर प्रशिक्षुओं के द्वारा सौंपे जा रहे प्रस्ताव को संबंधित विभाग और सरकार को समय-समय पर प्रेषित किया जा रहा है।
-डॉ. टेक चंद ठाकुर प्राचार्य आयुर्वेद बीफार्मा कॉलेज जोगेंद्रनगर।