मंडी में मेगा मॉक अभ्यास 11 जुलाई को
र अलर्ट करने के लिए 11 जुलाई को सुबह उपायुक्त कार्यालय में सायरन बजने शुरू हों तो घबराएं नहीं। ध्यान रहे यह सचमुच की आपदा नहीं एक मॉक अभ्यास है लेकिन भूकंप की ²ष्टि से अतिसंवेदनशील मंडी जिले में इस मॉक अभ्यास को बहुत गंभीरता से करने की तैयारी है। मेगा मॉक अभ्यास के जरिये जिला
संवाद सहयोगी, मंडी :भूकंप को लेकर अलर्ट करने के लिए 11 जुलाई को सुबह उपायुक्त कार्यालय में सायरन बजने शुरू हों तो घबराएं नहीं। ध्यान रहे, यह सचमुच की आपदा नहीं एक मॉक अभ्यास है। मेगा मॉक अभ्यास के जरिये जिला प्रशासन लोगों को शिक्षित करेगा। वहीं भूकंप आने की स्थिति में आपदा प्रबंधन की अपनी तैयारियों की समीक्षा और कमियों का विश्लेषण भी करेगा। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने वीरवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर मेगा मॉक अभ्यास के विभिन्न पक्षों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन योजना के सभी पहलुओं पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा यह मॉक अभ्यास वास्तविक आपात स्थिति की तरह ही किया जाएगा। इससे जिला आपदा प्रबंधन योजना के अलावा विभागों की अपनी आपदा प्रबंधन योजना की भी समीक्षा होगी। उत्तरदायी अधिकारी की गैर मौजूदगी में अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारी को क्या करना है, सभी को इसकी जानकारी हो। इस दिन जिला मुख्यालय में पांच स्थलों जेल रोड़ स्थित लोक निर्माण विभाग कार्यालय, भूतनाथ गली, इंदिरा मार्केट, डाइट मंडी और जोनल अस्पताल में भूकंप से प्रतीकात्मक नुकसान मानकर मॉक अभ्यास किया जाएगा। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी श्रवण मांटा, आर्मी से कर्नल एनके शर्मा आदि मौजूद रहे। आम लोग भी बनें मॉक अभ्यास का हिस्सा
घर में कार्यालय में भी भूकंप आने पर बरती जाने वाली सावधानियों का अभ्यास करें। 11 जुलाई को सायरन सुनते ही किसी मेज या मजबूत फर्नीचर के नीचे झुके, एक हाथ से सिर को कवर करें और दूसरे हाथ से फर्नीचर को पकड़े रखें। पांच मिनट के बाद ईमारत से निकल कर खुले स्थल पर आएं।