कुल्लू-मंडी में कुत्तों का आतंक
तहसील मुख्यालय में पागल कुत्तों के कहर से लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। आलम यह है कि पिछले एक हफ्ते में कुत्तों ने करीब 20 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल किया। इसमें कई बच्चे भी शामिल हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन की ओर से अब तक लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। सोमवार शाम को भी बालीचौकी बाजार में पागल कुत्तों ने करीब छह लोगों पर हमला कर उन्हें बुरी तरह से लहूलूहान कर दिया है। इसमें
संवाद सहयोगी, गुशैणी : बंजार उपमंडल की पंचायत नोहांडा के गांव गुशैणी में पागल कुत्ते ने 11 लोगों को काट लिया। मामला मंगलवार दोपहर का है। रास्ते में जो भी आया कुत्ते उसे उसे काट लिया। इस दौरान कुछ लोगों को बुरी तरह लहूलुहान किया गया है। घायलों को गुशैणी अस्पताल में दाखिल किया गया है। कुछ लोगों को जिला अस्पताल कुल्लू रेफर कर दिया गया है।
दोपहर के वक्त पागल कुत्ते ने लोगों पर हमला कर दिया। इससे लोगों में दहशत फैल गई है। लोग डंडे लेकर बाजार में कुत्ते को मारने निकल पड़े। गुशैणी अस्पताल में ही दोपहर के बाद लगभग 11 लोग कुत्ते के काटे का इलाज करवाने पहुंचे। पुलिस की टीम कुत्ते को पकड़ने के लिए पहुंच गई है। लोग भी उसकी तलाश कर रहे हैं। कुत्ते द्वारा काटे गए लोगों प्रकाश, ओम प्रकाश, शकुंतला देवी, जीतू, दीपक, हेमराज, रमेश हीरा सिंह आदि ने बताया वे सभी अपने कार्य में अलग-अलग स्थानों व्यस्त थे। तभी अचानक एक पागल कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। गुशैणी अस्पताल के पास बाजार, पेखडी रोड, गहीध के अलग-अलग स्थानों पर लोगों को काटा है। वहीं पुलिस टीम और ग्रामीण कुत्ते की तलाश में जुट गए हैं।
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बालीचौकी में छह लोगों को किया लहूलुहान
-20 लोगों को सप्ताह में काट चुका है कुत्ता
-लोगों का घरों का निकलना हुआ मुश्किल
सहयोगी, बालीचौकी : बालीचौकी तहसील मुख्यालय में पागल कुत्तों ने लोगों का घरों से बाहर निकलना बंद करवा दिया है। एक हफ्ते में कुत्तों ने 20 लोगों काटा लिया है। इनमें कई बच्चे भी शामिल हैं। अभी तक प्रशासन की ओर से पागल कुत्ते को पकड़ने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं।
सोमवार शाम को भी बालीचौकी बाजार में पागल कुत्तों ने करीब छह लोगों पर हमला कर उन्हें बुरी तरह लहूलुहान कर दिया। बालीचौकी पंचायत के पूर्व प्रधान भदरू राम भी पागल कुत्ते के हमले में घायल हुए हैं। बालीचौकी सीएचसी में प्राथमिक उपचार के उपरांत भदरू को जोनल अस्पताल मंडी के लिए रेफर कर दिया गया। बालीचौकी के ही टीकम राम व 60 वर्षीय चमारू राम को भी पागल कुत्ते ने बुरी तरह से नोच डाला है। अब तक पागल कुत्ते लगभग 20 लोगों को काट चुके हैं। इनमें स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। पागल कुत्तों के खौफ से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। अभिभावकों को भी बच्चों को स्कूल भेजने की भी चिंता सताने लगी है। बाजार के दुकानदार भी हाथ में डंडा लेकर अपनी दुकानों को जा रहे हैं। स्थानीय निवासी नीके राम ने जहां प्रशासन से पागल कुत्तों को मारने की मांग की है। उन्होंने प्रभावित लोगों को इलाज के लिए आर्थिक मदद की भी अपील की है।
बताया जा रहा है कि करीब सप्ताह पहले एक कुत्ता पागल हुआ था, जिसका संक्रमण और कुत्तों में भी फैल गया है। उधर, डॉ. रेवा ठाकुर का कहना है कि डॉग बाइट के मरीज कुछ दिन से अस्पताल में आ रहे हैं। एक बच्चे को जोनल अस्पताल मंडी रेफर भी कर दिया गया है
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इस बारे में पंचायत व वेटरनरी विभाग को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। शीघ्र ही इस समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है।
-अनिल भारद्वाज एसडीएम गोहर।
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72 घंटे में हर हाल में लगवाएं एंटी रैबीज टीका
लावारिस कुत्ते के काटने से रैबीज के कीटाणु शरीर में चले जाते हैं। इससे व्यक्ति को हाइड्रोफोबिया या पागलपन जैसी समस्या हो सकती हैं। कुत्ते के काटने पर घाव को पानी से अच्छी तरह साफ करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और उसे उसी समय एंटी रेबीज टीका लगवाना चाहिए। अगर किसी कारण टीका नहीं लगवाया गया तो 72 घंटे में हर हाल में एंटी रैबीज टीका लग जाना चाहिए। एक एंटी रैबीज टीका 3 वर्ष तक काम करता है। अगर टीका लगवाने के 3 वर्ष तक कोई कुत्ता काट लेता है तो संक्रमण का कोई असर नहीं होगा।
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