मंडी में एक समान नहीं वसूला जाएगा गृहकर
परिषद ने मुख्य शहर से वार्ड की दूरी के हिसाब से गृहकर की दरें निर्धारित की है। नगर परिषद के अलग अलग जोन बनाए गए हैं। मुख्य शहर के साथ सटे वार्ड के लोगों की अपेक्षा दूरी पर स्थित वार्ड के लोगों को कम गृहकर अदा करना होगा। पूर्व में नगर परिषद के सभी वार्डों के लोगों को एक समान गृहकर अदा करना पड़ता था। गृहकर वसूली के लिए नगर परिषद ने सभी वार्डों के लोगों को गृहकर की अदायगी के लिए बिल थमा दिए हैं। इधर हिमाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा ने हाउस टैक्स के इस नए प्रारूप को लेकर विरोध जताया है। नगर परिषद मंडी में कुछ लोग लंबे अरसे से गृहकर की अदायगी नहीं कर रहे हैं। हालांकि तकनीकी खामियों की वजह से नगर परिषद ने गत वर्ष गृहकर वसूल नहीं किया है। नगर परिषद के दायरे में रहने वाले लोगों से दो
सुरेंद्र शर्मा, मंडी
मंडी शहर में अब गृहकर की दरें एक समान नहीं रहेंगी। नगर परिषद ने मुख्य शहर से वार्ड की दूरी के हिसाब से गृहकर की दरें निर्धारित की हैं। नगर परिषद के अलग-अलग जोन बनाए गए हैं। मुख्य शहर के साथ सटे वार्ड के लोगों की अपेक्षा दूरी पर स्थित वार्ड के लोगों को कम गृहकर अदा करना होगा। पूर्व में नगर परिषद के सभी वार्डों के लोगों को एक समान गृहकर अदा करना पड़ता था। गृहकर वसूली के लिए नगर परिषद ने सभी वार्डों के लोगों को अदायगी के लिए बिल थमा दिए हैं।
नगर परिषद में कुछ लोग लंबे अरसे से गृहकर की अदायगी नहीं कर रहे हैं। हालांकि तकनीकी खामियों की वजह से नगर परिषद ने पिछले साल गृहकर वसूल नहीं किया है। नगर परिषद के दायरे में रहने वाले लोगों से दो साल का एकमुश्त गृहकर लेने के बजाय अब की बार 2017-18 का ही गृहकर लेने का निर्णय लिया है। करीब दो करोड़ रुपये गृहकर के रूप में बकाया है। नगर परिषद के पास हालांकि शहर में अपनी दुकानें व अन्य संसाधन से थोड़ी बहुत आय प्राप्त होती है। इससे प्राप्त होने वाली आय को शहर के विकास के लिए खर्च किया जाता है। लेकिन विडंबना यह है कि लोग गृहकर अदा करने के लिए टालमटोल करते रहे हैं। इससे नगर परिषद की वित्तीय हालत डगडमगाने लगी है। करीब चालीस हजार
आबादी वाली नगर परिषद ने अब सभी उपभोक्ताओं को गृहकर की अदायगी के लिए बिल थमा दिए हैं। नगर परिषद समय पर गृहकर अदा करने वालों को रियायत दे रही है वहीं अड़ियल देनदारों पर न्यायालय में मामला दर्ज करने का भी निर्णय लिया गया है।
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जनता नगर परिषद के बदलाव से नाखुश है। बिजली व पानी के मीटर के कनेक्शन कटने के डर से लोग मजबूरन गृहकर की अदायगी कर रहे हैं। जनता की राय जाने बिना ही गृहकर व प्रापर्टी टैक्स वसूलना तर्कसंगत नहीं है।
-क्ष्मेंद्र गुलेरिया, अध्यक्ष, हिममाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा।
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नगर परिषद गृहकर के अलग अलग मापदंड निर्धारित किए हैं। मुख्य बाजार के साथ सटे वार्ड की अपेक्षा दूरी वाले वार्डों में रहने वाले लोगों को कम गृहकर अदा करना पड़ेगा। शहर से दूरी के अनुसार ही अब गृहकर वसूला जाएगा। जबकि पूर्व में नगर परिषद के सभी वार्डों में गृहकर के रूप में एक समान राशि वसूली जाती थी। इसके लिए नगर परिषद को अलग अलग जोन में बांटा गया है।
-बीआर नेगी, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद, मंडी।