मंडी में शिवरात्रि पर 1008 कन्याओं का सामूहिक पूजन लिम्का बुक ऑफ रिकॉडर्स में दर्ज, दिया था यह संदेश Mandi News
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम के तहत सेरी मंच पर 1008 कन्याओं के सामूहिक पूजन को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स-2020 में शामिल किया गया है।
मंडी, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी के दौरान 9 मार्च 2019 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ थीम के तहत सेरी मंच पर 1008 कन्याओं के सामूहिक पूजन को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स-2020 में शामिल किया गया है। इसकी आधिकारिक सूचना बुधवार को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स प्रबंधन ने ई-मेल के जरिये उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर को दी। इससे पहले बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में शानदार काम के लिए मंडी जिला प्रशासन को इसी साल दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया है।
उपायुक्त ने दी लोगों को बधाई
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने जिलावासियों को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा जिले में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को जन सहयोग से जन आंदोलन बनाने में सफलता मिली है। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स-2020 में मंडी का नाम आना जिलावासियों समेत पूरे प्रदेश के लिए गर्व और सम्मान की बात है।
उन्होंने कहा इस बार अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले के दौरान पहली बार सेरी मंच पर 1008 कन्याओं का सामूहिक पूजन कार्यक्रम कर पुरातन संस्कृति को बेटियों की सुरक्षा से जोड़ने की कवायद की गई। इसमें जनसहयोग से 4 से 10 वर्ष आयु तक की बच्चियों के पूजन के जरिए अपनी समृद्ध परंपराओं से संदेश ग्रहण कर बेटियों के महत्व को लेकर जन जागृति लाने और बेटा-बेटी में भेद की नकारात्मक मानसिकता में बदलाव लाने के प्रयास किए गए। प्रशासन की इस पहल ने बड़े पैमाने पर लोगों का समर्थन और तारीफ बटोरी।
जागरूकता पर जोर
ऋग्वेद ठाकुर ने कहा जिला में लैंगिक असंतुलन को दूर करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ-साथ लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य, सम्मान, स्वाभिमान और अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। इसके लिए स्त्री अभियान के माध्यम से महिला मंडलों, पंचायती राज संस्थानों व अन्य सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लेकर पंचायतों-गांवों में अभियान छेड़ा गया है। जिला में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान में एक नया आयाम जोड़ते हुए इसे पर्यावरण सुरक्षा से जोड़कर बालिका गौरव उद्यान योजना शुरू की गई है। जिले की हर पंचायत में बेटियों के नाम पर उद्यान स्थापित करने की इस मुहिम में सामुदायिक भागीदारी बनाई गई है।